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उदयपुर के नवनिर्वाचित सांसद मन्नालाल रावत को मिली जान से मारने की धमकी - mp mannalal received death threat - MP MANNALAL RECEIVED DEATH THREAT

राजस्थान के ​केबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को जान से धमकी मिलने की बात ठंडी भी नहीं पड़ी थी कि अब उदयपुर के नवनिर्वाचित सांसद मन्नालाल रावत को किसी ने जान से मारने की धमकी दी है. उन्हें सोशल मीडिया के जरिए ये धमकी दी गई. उन्होंने पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल को इस बारे में सूचना दी है.

MP MANNALAL RECEIVED DEATH THREAT
उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत को मिली जान से मारने की धमकी (Etv Bharat Udaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jun 12, 2024, 2:25 PM IST

सांसद मन्नालाल रावत को धमकी (Etv Bharat Udaipur)

उदयपुर.उदयपुर के नवनिर्वाचित भाजपा सांसद मन्नालाल रावत को जान से मारने की धमकी मिली है. सांसद ने पुलिस को इसकी सूचना दी है. उन्हें यह धमकी सोशल मीडिया के जरिए दी गई. फिलहाल इस पूरे मामले को लेकर उदयपुर पुलिस जांच करने में जुटी हुई है. सोशल मीडिया धमकी देने वाले युवक ने लिखा है कि 'कंगना रानौत की तरह इसका भी गेम बजाना पड़ रहा है'. युवक ने आगे लिखा कि इसको जनता ने संसद बनाकर गलत कर दिया. इस पूरे मामले को लेकर उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत उदयपुर एसपी योगेश गोयल को सूचना दी है. एसपी गोयल ने पूरे मामले की साइबर विशेषज्ञों से जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इसके पीछे कौन लोग है, इसकी जांच करवाई जा रही है.

सिरफिरे लोगों का है काम: इस प्रकरण में उदयपुर मन्नालाल रावत ने कहा कि देश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने फिर से तीसरी बार पद संभाला है.ऐसे में कुछ सिरफिरे लोगों ने धमकी देने का काम किया है. पुलिस को सूचना दी है. पुलिस पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है.

खराड़ी को भी मिल चुकी धमकी:बता दें कि इससे पहले कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को भी दो बार जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.

पढ़ें: कैबिनेट मंत्री बाबूलाल खराड़ी को जान से मारने की धमकी देने वाला आरोपी गिरफ्तार

जानिए कौन है मन्नालाल रावत: इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दो बार के सांसद बार अर्जुन मीणा टिकट काटकर उनकी जगह मन्नालाल रावत को चुनावी मैदान में उतारा था. रावत की उम्र 53 साल है. वे पिछले कई वर्षों से संघ से जुड़े हैं. उन्हें संघ के कार्यक्रमों के दौरान बौद्धिक भाषण के लिए बुलाया जाता रहा है. वे आदिवासी युवाओं को संघ से जोड़ने के लिए कई स्कूलों में भी अपने तेजस्वी भाषणों के लिए जाने जाते हैं. रावत 2 दिन पहले ही अक्षय कुमार को उदयपुर जिले के खेरवाड़ा में वनवासी कल्याण परिषद के द्वारा संचालित एक हॉस्टल में ले गए थे और वहां पर अक्षय कुमार ने एक करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की थी. मन्नालाल सांसद बनने से पहले परिवहन विभाग में एडिशनल कमिश्नर थे. वे लंबे समय तक उदयपुर में आरटीओ अधिकारी रह चुके हैं

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