अजमेर : विश्व प्रसिद्ध सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 813वें उर्स के अवसर पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर पेश की गई. केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री किरेन रिजिजू ने पीएम मोदी की ओर से भेजी गई चादर अजमेर दरगाह पर पेश की और देश में अमन, भाईचारे और समृद्धि के लिए दुआ की. चादर पेश करने के बाद रिजिजू ने महफिल खाने में प्रधानमंत्री मोदी का संदेश भी पढ़कर सुनाया. इस मौके पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी, राजस्थान कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत और भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी सहित कई भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे.
ख्वाजा गरीब नवाज का उर्स जोरों पर है और इस अवसर पर देश-विदेश से लोग चादर पेश करने आ रहे हैं. शनिवार को पीएम मोदी की चादर भी दरगाह में पेश की गई. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू दिल्ली से चादर लेकर जयपुर एयरपोर्ट पहुंचे और फिर सड़क मार्ग से अजमेर सर्किट हाउस पहुंचे, जहां राजस्थान के कैबिनेट मंत्री सुरेश सिंह रावत ने उनका स्वागत किया. केंद्रीय मंत्री भागीरथ चौधरी भी रिजिजू से मिलने सर्किट हाउस पहुंचे. कुछ देर मुलाकात के बाद सभी नेता दरगाह पहुंचे, जहां निजाम गेट पर उनका स्वागत हुआ. भारी भीड़ के बीच रिजिजू, चौधरी और रावत दरगाह के आस्ताने शरीफ पहुंचे, जहां रिजिजू ने पीएम मोदी की ओर से भेजी गई चादर और फूल पेश किए. इस दौरान आस्ताने के बाहर शाही कव्वालों ने कलाम पेश किया. इसके बाद अंजुमन कमेटी के पदाधिकारियों ने रिजिजू को जियारत करवाई और तबर्रुक भेंट किया.
पढ़ें . 813वां उर्स: जुम्मे की नमाज में खुदा के आगे झुके सिर, देशभर से आए जायरीन
सैयद सरवर चिश्ती ने जताई आपत्ति : अंजुमन कमेटी के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई. उन्होंने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में खादिम पुश्तैनी होते हैं और उनकी जिम्मेदारी है कि वे जायरीनों को जियारत करवाएं, ख्वाजा के बारे में बताएं और दरगाह में खिदमत का कार्य करें. चिश्ती ने यह भी कहा कि दरगाह कमेटी ने वेब पोर्टल और ऐप लॉन्च किया, लेकिन इस पर अंजुमन कमेटी से कोई बातचीत नहीं की गई. उनका मानना था कि यह खादिमों के अधिकारों का उल्लंघन है.
Heading to Ajmer Sharif Dargah with a 'chadar' on behalf of Hon'ble PM Shri @narendramodi ji, a gesture of faith that unites millions & reflects the values of peace & brotherhood.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) January 4, 2025
During 'Urs', lakhs of people visit & we are focused on making their journey easier while… https://t.co/HoC8ZMS9Ni pic.twitter.com/qVYuy1c5vg
पीएम मोदी का संदेश : महफिल खाने में पीएम नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़कर सुनाया गया. पीएम मोदी ने अपने संदेश में लिखा, "गरीब नवाज के 813वें उर्स के अवसर पर दुनिया भर में उनके अनुयायियों और अजमेर शरीफ में आए सभी श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं. हमारे संतों, पीरों, फकीरों और महापुरुषों ने अपने कल्याणकारी विचारों से जन-जन के जीवन को आलोकित किया है. ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के लोक कल्याण और मानवता से जुड़े संदेशों ने लोगों पर गहरी छाप छोड़ी है और विश्वभर में उनकी आस्था है. उनका जीवन समाज में प्रेम और सौहार्द को बढ़ाने के लिए समर्पित था. उनका यह संदेश हमें निरंतर प्रेरित करता रहेगा."
गरीब नवाज वेब पोर्टल और एप का उद्घाटन : महफिल खाने में ही केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने अजमेर दरगाह दीवान सैयद जैनुअल आबेदीन के साहबजादे से भी मुलाकात की, जहां उनका स्वागत शॉल पहनाकर किया गया. खादिम सलमान चिश्ती और अफसान चिश्ती ने उन्हें दरगाह की सूफी पेंटिंग भेंट की. बाद में केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने रिमोट का बटन दबाकर ‘गरीब नवाज वेब पोर्टल और ऐप’ का शुभारंभ किया.
Greetings on the Urs of Khwaja Moinuddin Chishti. May this occasion bring happiness and peace into everyone’s lives. https://t.co/vKZDwEROli
— Narendra Modi (@narendramodi) January 2, 2025
इसे भी पढ़ें- विष्णु गुप्ता ने दरगाह में पेश होने वाली पीएम मोदी की चादर पर रोक लगाने के लिए कोर्ट में लगाई अर्जी, आज होगी सुनवाई
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने क्या कहा : केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "मैंने पीएम नरेंद्र मोदी का संदेश पढ़ा है. पीएम ने अपने संदेश के माध्यम से दरगाह से जो पैगाम देश-दुनिया में जाता है, उसे कायम रखने की बात की है. पीएम मोदी ने देश को एकजुट करने और समाज की तरक्की के लिए हर जाति, समाज और पंथ को साथ लेकर चलने का संदेश दिया है. अजमेर दरगाह की चिश्ती परंपरा से जुड़े सभी लोगों से मुलाकात करने का अवसर मिला है. मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे पीएम मोदी की ओर से चादर अर्पित करने और दुआ मांगने का मौका मिला."
उन्होंने यह भी कहा कि, "दरगाह में व्यवस्थाएं और भी बेहतर होनी चाहिए, इसके लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय काम करेगा. गरीब नवाज वेब पोर्टल और ऐप लॉन्च किया गया है, जिससे प्रशासन और दरगाह कमेटी यहां आने वाले लोगों की सहूलियत के लिए और भी बेहतर काम करेगी. खासकर वृद्ध, महिलाएं और बच्चों के लिए सुविधाएं बेहतर होंगी, ताकि उन्हें शांति से जियारत करने का अवसर मिल सके."