हैदराबाद : भारतीय सेना ने अपने अधिकारियों के लिए प्रमोशन की व्यवस्था में बदलाव किया है. सेना अब थिएटर कमांड व्यवस्था लाने के साथ ही अब सभी लेफ्टिनेंट जनरलों की उनके प्रदर्शन के आधार ही मेरिट सूची तैयार की जाएगी. सेना की यह नई प्रणाली 31 मार्च 2025 से लागू होगी. इसका उद्देश्य मेरिट के आधार पर चयन को बढ़ावा देना भी है.
बता दें कि भारत ने चीन, पाकिस्तान और हिंद महासागर क्षेत्र के लिए तीन थिएटर कमांड्स के लिए ब्लूप्रिंट को अंतिम रूप दिया है.
नई नीति इन पदों पर लागू नहीं होगी
इंडियन आर्मी की यह नई नीति लेफ्टिनेंट जनरलों के लिए वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (ACR) फॉर्म के तहत लागू की जाएगी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार यह नई नीति सेना के 6 ऑपरेशनल कमांड्स, एक ट्रेनिंग कमांड के वाइस चीफ और कमांडर इन चीफ पर लागू नहीं होगी. गौरतलब है कि भारत की सेना में करीब 11 लाख जवान हैं. इसमें अफसरों की की जाए तो 90 से अधिक लेफ्टिनेंट जनरल, 300 मेजर जनरल और 1,200 ब्रिगेडियर हैं.
नौसेना और एयरफोर्स में पहले से है यही नियम
इंडियन एयरफोर्स और नौसेना में पदोन्नति को लेकर पहले से ही रैंक आधारित मूल्यांकन प्रणाली लागू है. वहीं अब सेना के तीनों विंग में प्रमोशन को लेकर एक समान नियम बन गया है. रिपोर्ट के अनुसरा एक अधिकारी ने कहा, "लेफ्टिनेंट जनरल स्तर पर पहले कोई मेरिट की व्यवस्था नहीं थी, अब उन्हें 1 से 9 के पैमाने पर अलग-अलग कामों के आधार पर ग्रेड दिया जाएगा. इससे वरिष्ठता के बजाय मेरिट को प्राथमिकता दी मिलेगी."
बदलाव का सेना के अधिकारी कर रहे विरोध
सेना में इस परिवर्तन का कुछ अफसरोंने विरोध भी किया है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "बहुत कम अधिकारी सेना की कड़ी संरचना में प्रत्येक चरण में मेरिट के आधार पर तय होते हैं और थ्री स्टार जनरल बनते हैं."
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