पटनाःपहले रेल बजट आता था तो लोग यह देखते थे कि उनके राज्य के लिए कौन-कौन योजनाओं को शामिल किया गया है लेकिन पिछले 10 वर्षों से रेल बजट को आम बजट में शामिल कर दिया गया. मंगलवार को जारी केंद्रीय बजट में बिहार को 58900 करोड़ रुपए देने की बात कही गयी. इससे बिहार के विकास का काम किया जाएगा. 'सदन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेलवे के आधुनिकीकरण पर भी फोकस किया लेकिन शायद वे बिहार रेलवे को भूल गई.' बजट के बाद बिहार के लोग भी शायद कुछ ऐसा ही सोच रहे हैं.
बजट में बिहार रेलवे को निराशाः रेलवे के यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए सरकार ने 2,55,393 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है. 2024 लोकसभा चुनाव से पहले अंतरिम बजट में 2.52 लाख करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे. आज के बजट में रेलवे की सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान देने की बात कही गई है. रेलवे के बजट का बड़ा हिस्सा सेफ्टी के लिए खर्च किया जाएगा. 1 लाख 8 हजार करोड़ से पुराने ट्रैक्स, सिग्नलिंग, कवच, रेल के पुल बनाने में खर्च किए जाएंगे.
वंदे मेट्रो व वंदे भारत ट्रेन की योजनाःबजट 2024 में वंदे मेट्रो और वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को लेकर घोषणा की गई. वंदे मेट्रो कम दूरी के सफर के लिए होगी जबकि वंदे भारत स्लीपर लंबी दूरी की यात्रा के लिए होगी. बजट में रेलवे को लेकर यह जानकारी दी गई कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूरे देश में करीब 673 करोड़ यात्रियों ने ट्रेन में सफर किया जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 5.2% अधिक है.
रेल बजट से बिहार में निराशाःबजट को लेकर बिहार के लोगों को उम्मीद थी कि रेलवे के क्षेत्र में भी यहां के लोगों को कुछ ना कुछ मिलेगा, क्योंकि बिहार में बहुत सारी ऐसी योजनाएं हैं जो वर्षों से मंजूरी मिलने के बाद भी लंबित पड़ी हुई है. लोगों को उम्मीद थी कि इन योजनाओं को लेकर सरकार कुछ फैसला लेगी. लेकिन इन योजनाओं के बारे में अभी तक कुछ खास स्पष्ट नहीं हो पाया है. मंगलवार को बजट में इसकी चर्चा नहीं की गयी.
रेलवे की वर्षों से लंबित योजनाः पिछले 10 वर्षों की बात की जाए तो रेलवे ने बिहार में अनेक नई योजनाओं को स्वीकृति प्रदान की. पूर्व मध्य रेलवे में पूर्व से स्वीकृत 33 नई रेल परियाेजनाओं में से 21 काे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. उत्तर बिहार की अधिकांश नई रेल लाइन को लेकर रेलवे ने स्वीकृति प्रदान कर दी लेकिन इसके लिए बजट में अब तक काेई प्रावधान नहीं किया गया. सिर्फ प्राेजेक्ट का अस्तित्व बचा रहे इसके लिए बजट में महज 1-1 हजार रुपए की राशि आती है.
कौन-कौन परियोजना स्वीकृत?:बिहार में रेलवे की कुल 21 ऐसी परियोजना है, जिसे रेलवे ने स्वीकृति प्रदान कर दी है लेकिन वर्षों बीत जाने के बाद भी इस पर कोई काम शुरू नहीं हुआ है. इन सभी नई रेल योजनाओं की स्वीकृति प्रदान कर दी गई. बिहार की अधिकांश प्रस्तावित नई रेल लाइन के लिए बजट में काेई प्रावधान नहीं किया गया है. सिर्फ प्राेजेक्ट का अस्तित्व बचा रहे, इसके लिए बजट में महज 1-1 हजार रुपये का टोकन मनी प्रावधान किया गया है.