पटना : पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल पर बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा में अनियमितताओं का हवाला देते हुए अभ्यर्थी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक राजेश कुमार सिंह ने स्पष्ट किया है कि आयोग परीक्षा रद्द करने के बारे में कोई विचार नहीं कर रहा है.
'नहीं रद्द होगी परीक्षा' : उन्होंने बताया कि 13 तारीख को परीक्षा के बाद आयोग ने जो निर्णय लिया था, वह अंतिम है. केवल एक परीक्षा केंद्र पर गड़बड़ी पाई गई थी, जहां परीक्षा रद्द कर दी गई और 4 जनवरी को पुनः परीक्षा होगी.
'परीक्षा रद्द करने का निर्णय जिला प्रशासन के आधार पर' : राजेश कुमार सिंह ने कहा कि परीक्षा रद्द करने का निर्णय आयोग का नहीं होता, बल्कि यह जिला प्रशासन द्वारा प्राप्त परीक्षा केंद्रों पर रिपोर्ट के आधार पर लिया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि पेपर लीक के आरोप पूरी तरह निराधार हैं क्योंकि आरोप लगाने वाले कोई साक्ष्य नहीं दे रहे हैं.
4 जनवरी को परीक्षा केंद्रों पर फिर परीक्षा : आयोग 4 जनवरी को पुनः परीक्षा आयोजित करेगा. बापू परीक्षा परिसर में परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी, और वहां के अभ्यर्थियों को पटना के अन्य परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा में बैठने के लिए भेजा जाएगा. अभ्यर्थी 2 जनवरी से अपनी परीक्षा केंद्र की जानकारी आयोग की वेबसाइट से प्राप्त कर सकेंगे.
''आयोग पर अभ्यर्थियों और शिक्षकों की तरफ से काफी दबाव डाला जा रहा है, लेकिन आयोग किसी दबाव में नहीं है. आयोग कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज किया गया, जो कि दुखद था. आयोग कार्यालय प्रतिबंधित क्षेत्र है और वहां धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है. 4 जनवरी की परीक्षा रद्द नहीं होगी.''- राजेश कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक, बीपीएससी
धरना प्रदर्शन में सिपाही भर्ती के अभ्यर्थी भी शामिल : राजेश कुमार सिंह ने बताया कि धरना स्थल पर प्रदर्शन करने वाले अधिकांश अभ्यर्थी सिपाही भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थी हैं. उन्होंने कहा कि 28,000 अभ्यर्थियों में से केवल 2,000 लोग धरना स्थल पर प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि 26,000 अभ्यर्थियों को भी ध्यान में रखना चाहिए.
मेन्स परीक्षा की तैयारी पर जोर : राजेश कुमार सिंह ने परीक्षा में भाग ले चुके अभ्यर्थियों से अपील की कि वे मेंस परीक्षा की तैयारी करें. उन्होंने बताया कि प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट जनवरी के अंत तक जारी किया जाएगा और मेंस परीक्षा अप्रैल के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी. उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से नकारते हुए आरोप लगाने वालों से जांच एजेंसी को सबूत देने का आग्रह किया.
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