जयपुर: राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने सोमवार को राज्यव्यापी सूर्य नमस्कार अभियान चलाकर अपना ही रिकॉर्ड ब्रेक किया. विभाग ने छात्र, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों की मदद से बीते साल के 1.33 करोड़ पार्टिसिपेंट्स के रिकॉर्ड को पार करते हुए नया मील का पत्थर स्थापित किया. इस बार करीब 1.51 करोड़ पार्टिसिपेंट्स ने सूर्य नमस्कार अभियान में भाग लेकर नया कीर्तिमान बनाया.
बीते साल 15 फरवरी को सूर्य सप्तमी के अवसर पर राजस्थान के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में सूर्य नमस्कार का सामूहिक अभ्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें 1.33 करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपनी भागीदारी निभाते हुए विश्व रिकॉर्ड बनाया था. इस विश्व रिकॉर्ड को लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड से मान्यता प्रदान की थी. वहीं, अपने रिकॉर्ड को तोड़ने का टारगेट लेते हुए शिक्षा विभाग ने इस बार सूर्य सप्तमी से ठीक एक दिन पहले सोमवार को सूर्य नमस्कार अभियान चलाया.
जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल, खेल सचिव नीरज पवन, राज्य परियोजना निदेशक अनुपमा जोरवाल और माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी सहित कई प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया. इस कार्यक्रम में करीब 3000 पार्टिसिपेंट्स ने विभिन्न सरकारी और प्राइवेट स्कूलों से आकर सूर्य नमस्कार किया.
इसे लेकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि सामूहिक सूर्य नमस्कार अभियान योग और जीवनशैली में कल्याणकारी प्रथाओं के महत्व को बढ़ावा देने का प्रतीक था. इस पहल पर राज्यभर में शानदार प्रतिक्रिया प्राप्त हुई और करीब 1.51 करोड़ पार्टिसिपेंट्स ने सूर्य नमस्कार अभियान में भाग लिया, जो पिछले वर्ष के 1.33 करोड़ पार्टिसिपेंट्स के रिकॉर्ड को पार करते हुए एक नया मील का पत्थर है. उन्होंने बताया कि ऑनलाइन MIS पोर्टल शाला दर्पण के माध्यम से राज्यभर से आंकड़े जुटाए जा रहे हैं. फाइनल आंकड़ा एक-दो दिन में सार्वजनिक किया जाएगा.