जयपुर: राजस्थान में पर्यटन की अपार संभावनाओं को उजागर करने वाले चौथे राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट (आरडीटीएम) का रविवार को समापन हो गया. डोमेस्टिक और विलेज टूरिज्म को बढ़ावा देने वाले इस मार्ट का आयोजन फेडरेशन ऑफ हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म ऑफ राजस्थान (एफएचटीआर) और राजस्थान पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जिसमें केंद्रीय पर्यटन विभाग ने भी सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई. इस वर्ष आरडीटीएम में वेडिंग, इन्सेंटिव, कांफ्रेंस और इवेंट्स (माइस) की थीम साकार हुई. मार्ट में 200 से अधिक स्टॉल्स और 600 से ज्यादा होटलों ने अपनी सर्विस को प्रजेंट किया.
एफएचटीआर के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने बताया कि राजस्थान डोमेस्टिक ट्रेवल मार्ट में बी2बी और बी2सी बैठकों में बढ़ी भागीदारी ने राजस्थान के प्रति पर्यटकों और इवेंट आयोजकों के प्रेम को जाहिर किया. राजस्थान के हैंडलूम प्रोडक्ट्स, सांस्कृतिक प्रस्तुति ने आगंतुकों को राजस्थान के रंग में रंग दिया. वहीं टॉक सेशंस में राजस्थान की गौरवमयी संस्कृति से सभी का साक्षात्कार हुआ. इस मार्ट ने राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता और विविधता को देश-विदेश के खरीदारों के समक्ष प्रस्तुत करने का मौका दिया है.
एफएचटीआर के अध्यक्ष कुलदीप सिंह चंदेला ने कहा कि आरडीटीएम में टूरिज्म सेक्टर से जुड़े सभी स्टेक होल्डर्स एक मंच पर आए. ग्रामीण पर्यटन और नई डेस्टिनेशनों को बढ़ावा देने के साथ, कार्यक्रम ने माइस और वेडिंग टूरिज्म की अपार संभावनाओं पर जोर दिया गया. विभिन्न पर्यटन हितधारकों ने राजस्थान के पर्यटन को बढ़ाने के लिए न केवल नई योजनाओं पर चर्चा की, बल्कि राज्य के भीतर और बाहर से आने वाले पर्यटकों के लिए एक समृद्ध और सुरक्षित अनुभव देने की प्रतिबद्धता भी जताई.