कोटा : शहर के विज्ञान नगर थाने में बुधवार को मध्य प्रदेश के गुना निवासी छात्र के आत्महत्या के मामले में गुरुवार को परिजन कोटा पहुंचे. छात्र के शव का पोस्टमार्टम करवाया गया और शव परिजनों को सौंप दिया गया. मृतक छात्र के पिता ने किसी भी तरह का कोई शक नहीं जताया है.
'मैं पढ़ नहीं पाया' : उन्होंने कहा कि बच्चा पढ़ने में काफी होशियार था. 12वीं में 90 फीसदी अंकों के साथ पास हुआ था, जिसके बाद ही उसे कोटा भेजा था. उसके चचेरे भाई का कहना है कि कमरे में एक पत्र उन्हें मिला है, जिसमें उसने अपने माता-पिता और परिजनों से माफी मांगी है. साथ ही यह भी लिखा है कि 'मैं पढ़ नहीं पाया'.
पढ़ें. JEE एस्पिरियंट ने दी जान, एमपी से कोटा आकर कर रहा था तैयारी, 24 घंटे में दूसरा मामला
मृतक के पिता ने बताया कि छात्र अपनी मर्जी से 2023 मई में कोटा पढ़ने आया था. मंगलवार को बेटे से बात हुई थी और अच्छी बात हुई थी. पढ़ाई को लेकर भी बात हुई थी. वह ठीक-ठाक स्वस्थ था. अच्छी पढ़ाई भी कर रहा था और रोज बात होती थी. उसने एक दिन पहले कहा था कि पैसे भी भेज देना. अगले दिन घटना का पता चला.
आपको बता दें कि 8 दिसंबर को दो छात्रों के आत्महत्या के मामले सामने आए हैं. पहला मामला हरियाणा निवासी छात्र का था और दूसरा मध्य प्रदेश के गुना जिले निवासी एक छात्र ने आत्महत्या कर ली थी. दोनों कोटा में जेईई की तैयारी कर रहे थे.