धर्मशाला: स्पेशल इम्प्रूवमेंट एग्जाम को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से एकबार फिर इस वर्ष से शुरू किया जा रहा है. यह परीक्षा सितम्बर महीने में होगी. धर्मशाला में प्रेस वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव डा. मेजर विशाल शर्मा ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि पहले स्पेशल इंप्रूवमेंट परीक्षा करवाई जाती थी, लेकिन तकनीकी कारणों और स्टाफ की कमी के कारण इसे 2 सितम्बर 2022 को बंद कर दिया गया था. परीक्षा को पुन: शुरु करने के लिए अनुरोध आ रहे थे.
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड फिर शुरू करेगा स्पेशल इम्प्रूवमेंट एग्जाम, इतना देना होगा शुल्क - hp board special improvement exam - HP BOARD SPECIAL IMPROVEMENT EXAM
स्पेशल इम्प्रूवमेंट एग्जाम को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से एकबार फिर इस वर्ष से शुरू किया जा रहा है. केवल ऐसे विषयों में ही अंक सुधार किया जा सकता है, जिसमें परीक्षार्थी पहले ही उत्तीर्ण घोषित हो. प्रायोगिक विषयों में परीक्षार्थी को लिखित और प्रायोगिक दोनों में परीक्षा देना अनिवार्य होगा. परीक्षा में केवल री-चेकिंग की सुविधा होगी.
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Jun 28, 2024, 7:12 PM IST
डा. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि हर विद्यार्थी को 3 चांस दिए जाएंगे, जिसका अलग-अलग फीस स्ट्रक्चर रखा गया है. उन्होंने कहा कि केवल उन्हीं विषयों में इंप्रूवमेंट का मौका दिया जाएगा, जिसमें उन्होंने पहले एगजाम दिया है. पहली जुलाई से ऑनलाइन आवेदन शुरु होंगे. इसका आयोजन 31 जुलाई तक होगा. एसओएस के करीब 220 स्ट्डी सेंटर हैं, उनके माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा. परीक्षा के शुरु होने से करीब 5 से 10 हजार अभ्यर्थियों को लाभ मिलने का अनुमान है.
डा. मेजर विशाल शर्मा ने कहा कि 2002 से पहले के विद्यार्थियों का स्कीम ऑफ स्टडीज अलग था. 2002 के बाद स्कीम ऑफ स्टडीज अलग है. परीक्षार्थी जिस समय में पास आऊट हुआ है, उसी स्कीम और स्ट्डीज के हिसाब से इंप्रवूमेंट का मौका दिया जाएगा. परीक्षार्थी को तीनों अवसरों का लाभ लेना है तो उसे लगातार तीनों अवसरों में परीक्षा देना अनिवार्य है. किसी एक अवसर में परीक्षा नहीं देने के फलस्वरुप वह अवसर स्वत: ही समाप्त हो जाएगा. केवल ऐसे विषयों में ही अंक सुधार किया जा सकता है, जिसमें परीक्षार्थी पहले ही उत्तीर्ण घोषित हो. प्रायोगिक विषयों में परीक्षार्थी को लिखित और प्रायोगिक दोनों में परीक्षा देना अनिवार्य होगा. परीक्षा में केवल री-चेकिंग की सुविधा होगी. पहले अवसर में थ्योरी के लिए 1500 रुपए प्रति विषय व 250 रुपए प्रति विषय प्रैक्टिकल के लिए शुल्क रहेगा. दूसरे अवसर में थ्योरी के लिए 2000 रुपए फीस प्रति विषय व 350 रुपए फीस प्रति विषय प्रैक्टिकल और तीसरे अवसर में थ्योरी में 2500 रुपए प्रति विषय और प्रैक्टिकल में 450 रुपए प्रति विषय फीस होगी.