नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के विभिन्न प्रारूपों में नए बदलाव किए जा रहे हैं, ताकि उन्हें अधिक रोमांचक बनाया जा सके. आने वाले कुछ सालों में टेस्ट क्रिकेट में एक बदलाव देखने को मिल सकता है. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत के साथ ही टेस्ट क्रिकेट पहले ही परिणाम देने वाला फॉर्मेट हो गया है. द एज की एक रिपोर्ट के अनुसार अब इस फॉर्मेट को दो डिवीजन में बांटने की तैयारी है.
टेस्ट क्रिकेट में बड़े बदलाव की तैयारी
भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के चेयरमैन जय शाह से बातचीत कर रहे हैं, ताकि तीनों बड़ी टीमें एक-दूसरे के साथ अधिक बार खेल सकें. इस महीने के अंत में शाह, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन के बीच एक बैठक होगी. बैठक के एजेंडे में टेस्ट क्रिकेट के लिए दो-स्तरीय संरचना शामिल होगी.
🚨 INDIA, AUSTRALIA AND ENGLAND TO PLAY EACH OTHER OFTEN. 🚨
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 6, 2025
- Jay Shah, Cricket Australia and ECB are in talks to split Test cricket into two divisions so the big 3 nations can play each other more often. (The Age). pic.twitter.com/6GrBOVJ1Vw
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में संपन्न टेस्ट सीरीज को दर्शकों ने काफी पसंद किया. रिपोर्ट के अनुसार, पहले दो टेस्ट के लिए दर्शकों की संख्या में 2020/21 की तुलना में 55% का इजाफा देखा गया. दो-स्तरीय टेस्ट संरचना की योजना 2027 में मौजूदा फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम के खत्म होने के बाद ही शुरू होगी.
बड़ी टीमें आपस में अधिक टेस्ट क्रिकेट खेलें
कई पूर्व क्रिकेटरों ने टेस्ट क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ टीमों के एक-दूसरे के खिलाफ खेलने के विचार की वकालत की है. पूर्व भारतीय क्रिकेटर और मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी हाल ही में SCG टेस्ट के दौरान इसी भावना को दोहराया.
एससीजी टेस्ट के दौरान शास्त्री ने SEN पर कहा, 'मैं इस बात पर दृढ़ विश्वास रखता हूं कि अगर आप चाहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट जीवित रहे और जीवंत और फलता-फूलता रहे, तो मुझे लगता है कि यही रास्ता है. शीर्ष टीमें एक-दूसरे के खिलाफ अधिक बार खेलें, इससे एक प्रतियोगिता होती है, आप प्रतियोगिता चाहते हैं'.