शिमला: हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में अब लोगों को नए साल में करीब ढाई साल बाद पानी के बिलों का भुगतान करना होगा. प्रदेश में लाखों उपभोक्ताओं को आने वाले समय में कभी भी पानी के बिल जारी किए जा सकते हैं. इसके लिए इन दिनों प्रदेश भर में पानी के कनेक्शनों के पंजीकरण का कार्य प्रगति पर है. ऐसे में जैसे ही ये काम पूरा होगा. प्रदेश में लाखों उपभोक्ताओं को बैक डेट यानी नवंबर महीने से पानी का बिल जारी किया जाएगा. प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्रति कनेक्शन 100 रुपए मासिक बिल निर्धारित किया है. इस तरह से ग्रामीण उपभोक्ताओं को अब हर साल 1200 रुपए प्रति कनेक्शन पानी की बिलों का भुगतान करना होगा. हालांकि प्रदेश सरकार ने कुछ श्रेणियों के लिए फ्री पानी की सुविधा को जारी रखा है. इनमें विधवाओं, तलाकशुदा महिलाएं, दिव्यांगजन व 50 हजार रुपए से कम वार्षिक आय वाले परिवार शामिल हैं.
जल शक्ति विभाग की प्रमुख अभियंता अंजू शर्मा ने बताया, "पानी के कनेक्शनों के पंजीकरण का कार्य चल रहा है. इसके पूरा होते ही ग्रामीण क्षेत्रों में पानी के बिल जारी किए जाएंगे."
5 सालों में 9.46 घरों को नल से मिला जल
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान में 17.09 लाख घरों में पानी के कनेक्शन हैं. जिसमें सबसे अधिक पानी के कनेक्शन जिला कांगड़ा में हैं. यहां 4 लाख से अधिक पानी के कनेक्शन हैं. हिमाचल में साल 2019 में जेजेएम स्कीम लॉन्च हुई थी. इससे पहले प्रदेश में करीब 7.63 लाख पानी के कनेक्शन थे, लेकिन प्रदेश में जेजेएम लॉन्च होने के बाद इस स्कीम के तहत 5 सालों में करीब 9.46 लाख घरों में पानी के नल लगाए गए. ऐसे में अब प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 17.09 लाख घरों में लोग नल से जल की सुविधा का लाभ उठा रहे हैं.
प्रदेश में अभी नलों की स्थिति
हिमाचल में ग्रामीण क्षेत्रों में 17,08,727 नल कनेक्शनों से जल मिल रहा है. प्रदेश में अभी सबसे अधिक संख्या जिला कांगड़ा में 4,09,182 है. इसी तरह से मंडी जिले में 3,08,119, चंबा में 1,21,658, हमीरपुर में 1,12,154, लाहौल-स्पीति में 7284, बिलासपुर में 1,00,451, कुल्लू में 1,13,905, किन्नौर में 22,763, ऊना में 1,14,209, सिरमौर में 1,21,917, सोलन में 1,13,519 व शिमला जिले में कुल नलों की संख्या 1,72,266 है. प्रदेश के नए घरों के निर्माण और परिवार विभाजन से नलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में आने वाले समय में नलों के इस आंकड़े में और वृद्धि संभव है.
जिला | नल कनेक्शन |
कांगड़ा | 4,09,182 |
मंडी | 3,08,119 |
चंबा | 1,21,658 |
हमीरपुर | 1,12,154 |
लाहौल-स्पीति | 7284 |
बिलासपुर | 1,00,451 |
कुल्लू | 1,13,905 |
किन्नौर | 22,763 |
ऊना | 1,14,209 |
सिरमौर | 1,21,917 |
सोलन | 1,13,519 |
शिमला | 1,72,266 |
'बिल चुकाने में दिक्कत नहीं, लेकिन रोज मिले पानी'
हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2022 में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली पूर्व भाजपा सरकार ने 15 अप्रैल को हिमाचल दिवस के मौके पर ग्रामीण इलाकों के पानी के बिल माफ किए थे. जिसके बाद से लाखों उपभोक्ताओं को पानी के बिल जारी नहीं किए जा रहे थे, लेकिन सत्ता में आने के बाद से ही सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने आर्थिक हालात को सुधारने के लिए कड़े फैसले लेने को लेकर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए थे. जिसकी तरफ अब सरकार ने धीरे-धीरे उन फैसलों की तरफ कदम बढ़ाए हैं. वहीं, प्रदेश के लोगों ने पानी के बिलों को जारी करने को लेकर अपनी राय दी है. तारा चंद का कहना है, "पानी के बिलों का भुगतान करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन पानी की सप्लाई भी रोज मिलनी चाहिए."
रमेश कुमार का कहना है, "ग्रामीण क्षेत्रों में महीने में सिर्फ 4 बार ही पानी की सप्लाई दी जाती है. गर्मियों के सीजन में तो मुश्किल से दो सप्लाई ही मिलती है. ऐसे में सरकार को इस तरफ की ध्यान देने की जरूरत है." प्रीति का कहना है कि पानी के बिल जारी करने के फैसले के बाद लोगों को रोजाना पानी की सप्लाई दी जानी चाहिए.