नई दिल्ली: भारत ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में हायर ऐजूकेशन हासिल करने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए दो स्पेशल कैटेगरी के वीजा 'ई-स्टूडेंट वीजा' और 'ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा' शुरू किए हैं. गृह मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए इन वीजा के लिए आवेदकों को सरकार के 'स्टडी इन इंडिया' (SII) पोर्टल का उपयोग करना होगा.
'ई-स्टूडेंट वीजा' एसआईआई पोर्टल पर रजिस्टर पात्र विदेशी छात्रों के लिए उपलब्ध है, जबकि 'ई-स्टूडेंट-एक्स वीजा' ई-स्टूडेंट वीजा रखने वालों के आश्रितों के लिए है. एसआईआई पोर्टल भारत में लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म कोर्स में दाखिला लेने के इच्छुक इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया को सरल बनाता है.
क्या है SII?
एसआईआई कार्यक्रम शिक्षा मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है, जिसे भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक अंतरराष्ट्रीय छात्रों की मेजबानी के लिए डिजाइन किया गया है. यह कार्यक्रम 600 से अधिक संस्थानों के साथ साझेदारी करता है, जो इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी, मैनेजमेंट, कृषि, विज्ञान, कला, मानविकी, भाषा अध्ययन, कानून, पैरामेडिकल विज्ञान और बौद्ध अध्ययन और योग जैसे विशिष्ट क्षेत्रों सहित विभिन्न विषयों में 8,000 से अधिक पाठ्यक्रम प्रदान करते हैं.
छात्र कई तरह के कोर्स से चुन सकते हैं और शीर्ष भारतीय संस्थानों में अध्ययन कर सकते हैं, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और प्रमाणन-आधारित कार्यक्रम शामिल हैं. SII में शामिल होने की प्रक्रिया सीधी है, जिसमें आवेदन ऑनलाइन जमा किए जाते हैं. छात्र अपने इच्छित कार्यक्रम चुन सकते हैं, और उनके आवेदनों को तदनुसार प्रवेश के लिए संसाधित किया जाएगा.
ई-स्टूडेंट वीजा के आवेदन कैसे करें?
छात्रों को https://indianvisaonline.gov.in/ पोर्टल के माध्यम से वीजा के लिए आवेदन करना होगा, लेकिन उनके आवेदन की प्रामाणिकता एसआईआई ID का इस्तेमाल करके वेरिफाई की जाएगी. न्यूज एजेंसी PTI ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि छात्रों के लिए SII वेबसाइट के माध्यम से भारतीय उच्च शिक्षा संस्थानों में आवेदन करना अनिवार्य है.
छात्र SII पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करके प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं, जिसमें नाम, देश, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस जैसी बुनियादी जानकारी दर्ज करना शामिल है. SII के माध्यम से भारत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक प्रत्येक छात्र के पास एक विशिष्ट SII ID होनी चाहिए.
यह ID उन्हें अपने डैशबोर्ड तक एक्सेस करने, अपने कॉलेज और कोर्स ऐप्लीकेशन का स्टेट्स, वीजा प्रोसेसिंग और अन्य संबंधित प्रक्रियाओं को ट्रैक करने की अनुमति देगी. एसएसआई ID के बिना छात्र भारत में अपनी पढ़ाई जारी नहीं रख सकते.
किन छात्रों को मिलेगा ई-वीजा?
एसआईआई पोर्टल पर लिस्टिड पार्टनर संस्थानों में से किसी एक से प्रवेश प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद छात्र वीजा के लिए आवेदन कर सकते हैं. ई-छात्र वीजा उन विदेशी नागरिकों को दिया जाएगा जो भारत में अध्ययन करने के लिए प्रवेश लेते हैं.
यह वीजा उन लोगों के लिए है जो भारत के वैधानिक और नियामक निकायों द्वारा मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में रेगूलर, फुल टाइम ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन, पीएचडी और अन्य औपचारिक कार्यक्रमों का अध्ययन कर रहे हैं.
छात्र वीजा कोर्स की अवधि के आधार पर पांच साल तक के लिए जारी किए जाते हैं. भारत में रहते हुए इन वीजा को बढ़ाया भी जा सकता है. इसके अतिरिक्त, वैध ई-छात्र वीजा होल्डर्स किसी भी इमिग्रेशन चेकपॉइंट के माध्यम से भारत में प्रवेश कर सकते हैं.
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