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दमोह के एक नर्सिंग कॉलेज पर सीबीआई ने मारा छापा, पुलिस को भी नहीं लगी भनक - Damoh Nursing College CBI raid - DAMOH NURSING COLLEGE CBI RAID

शुक्रवार को दमोह जिले के एक निजी नर्सिंग कॉलेज में सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की. ये कार्रवाई इतनी गुपचुप तरीके से की गई थी कि पुलिस को कई घंटों तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली.

DAMOH NURSING COLLEGE CBI RAID
दमोह के एक नर्सिंग कॉलेज पर सीबीआई ने मारा छापा (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 24, 2024, 10:10 AM IST

दमोह: मध्य प्रदेश के दमोह जिले में सीबीआई की टीम ने एक नर्सिंग कॉलेज पर छापा मारा, लेकिन पूरे मामले की जानकारी पुलिस प्रशासन को भी नहीं लगी. शुक्रवार देर रात जब पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद टीम नर्सिंग कॉलेज में हुए घोटाले की जांच करने पहुंची है.

दमोह के एक नर्सिंग कॉलेज पर सीबीआई ने मारा छापा (ETV Bharat)

पुलिस को नहीं मिली सीबीआई के छापे की भनक

ताजा मामला सीआईसीएम के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय लाल के नर्सिंग कॉलेज से जुड़ा हुआ है. यहां पर शुक्रवार को पहुंची सीबीआई की टीम ने छापामार कार्रवाई की. अजय लाल द्वारा संचालित नर्सिंग कॉलेज के दस्तावेज खंगाले गए. पूरे मामले में ताज्जुब की बात यह है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन को भी इस कार्रवाई की भनक तक नहीं लगी. सुबह 10 बजे सीबीआई की टीम ने जब कॉलेज परिसर के अंदर प्रवेश किया तो इसके बाद देर रात तक पुलिस को मामले की जानकारी नहीं लगी.

नर्सिंग कॉलेज पहुंचे पुलिस अधिकारी

जब अंदर से उड़ती हुई खबर बाहर निकली तो सोशल मीडिया पर मामला छा गया. जिसके बाद पुलिस के अधिकारी सक्रिय हुए और नर्सिंग कॉलेज पहुंचे. नगर पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि ''हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने छापा मारा है. हम इस बात की पुष्टि करने के लिए यहां पर आए थे कि जो बात चल रही है वह सही है या नहीं. सीबीआई एक इंडिपेंडेंट संस्था है, इसलिए हम उसके काम में हस्तक्षेप नहीं कर सकते.'' उन्होंने स्वीकार किया कि पुलिस प्रशासन को इस बात की जानकारी सीबीआई ने नहीं दी गई थी. उन्होंने कहा कि पुलिस को इसका इंटीमेशन नहीं आया था.

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ये है पूरा मामला

दरअसल नर्सिंग कॉलेज में छात्र-छात्राओं को नर्सिंग से संबंधित साढे़ 4 वर्ष की डिग्री दी जाती है. इसके लिए विभिन्न वर्ग के छात्र-छात्राओं को राज्य शासन द्वारा छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाती है. माना जा रहा है कि नर्सिंग कॉलेज में कई वर्षों से खाली सीटों पर भी छात्रों की उपस्थिति दर्शा कर शासन से लगातार लंबा अनुदान व फर्जी एडमिशन के द्वारा छात्रवृत्ति हासिल की जाती रही है.

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