पन्ना: बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मध्य प्रदेश के खजुराहो दौरे पर थे. यहां पीएम मोदी अटल जयंती के मौके पर केन बेतवा लिंक परियोजना की आधारशिला रखने पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पन्ना जिले से लगभग 1000 बसें आई थी. इसमें सैकड़ों ऐसी बसें थीं जो कार्यक्रम स्थल तक ही नहीं पहुंच पाई. दरअसल, खजुराहो से पहले ग्राम सूरजपुर के पास एक भीषण जाम लग गया था, जिस वजह से अधिकतर बसों में सवार हजारों लोग को बगैर कार्यक्रम में शामिल हुए ही वापस लौटना पड़ा.
भूख से बेहाल रहे यात्री
कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे जुगरवारा निवासी अरुण कुमार आदिवासी ने कहा, " मंडला घाटी और केन नदी के बाद जाम ने विकराल रूप ले लिया. निकलने के लिए कोई रास्ता नहीं था, सैकड़ों बसें घंटों वहीं जाम खत्म होने का इंतजार कर रही थीं. कुछ देर के बाद मालूम चला कि पीएम मोदी कार्यक्रम करके वापस लौट गए हैं. इसलिए हम लोग भी रास्ते से ही वापस लौट आए हैं. प्रोग्राम में नहीं पहुंचने के कारण खाने-पीने को कुछ नहीं मिला, हम लोगों को भूखे ही लौटना पड़ा."
4600 बसों का था इंतजाम
पूरे बुंदेलखंड में लगभग 4600 बसें लोगों के जाने के लिए बुक की गई थीं, जिसमें अन्य जिलों से भी बसे मंगाई गई थीं. सैंकड़ों लोग फोर व्हीलर से भी पहुंचे थे, जिसके बाद अत्यधिक भीड़ से स्थिति बेकाबू हो गई. नेशनल हाईवे 39 पूरी तरह से जाम हो गया और कार्यक्रम में शामिल हुए बिना ही सैकड़ों बसें वापस लौट गई. इसकी वजह से कुछ यात्रियों को खाने-पीने की दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
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जुगरवारा पंचायत के सचिव केशू कुमार राय ने कहा, " बस में खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था थी पर जाम के कारण कार्यक्रम स्थल पर जनता नहीं पहुंच पाई. गांव से गए कुछ फोर व्हीलर में खाने-पीने की व्यवस्था नहीं थी. जिससे कुछ ग्रामवासी को दिक्कत हुई."