पटनाःबिहार विधानसभा चुनाव के दंगल में पूरी मजबूती से उतरने के इरादे के साथ बीजेपी ने 1 सितंबर से बड़े जोर-शोर से प्रदेश में 1 करोड़ नये सदस्य बनाने के अभियान की शुरुआत की, लेकिन इस अभियान को लेकर निर्धारित समय सीमा 20 अक्टूबर में अब सिर्फ 22 दिन बचे हैं और अभी सिर्फ 25 लाख नये सदस्य ही जुड़ पाए हैं. सदस्यता अभियान लेकर पटना में आयोजित समीक्षा बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस धीमी रफ्तार पर चिंता जताई और किसी भी कीमत पर इसे पूरा करने के निर्देश दिए.
20 अक्टूबर तक लक्ष्य पूरा करने की चुनौतीः सदस्यता अभियान की रफ्तार पर चिंता जताते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बैठक में मौजूद तमाम सांसदों, विधायकों, विधानपार्षदों को सदस्यता अभियान को लेकर और ज्यादा मेहनत करने के निर्देश दिए. जेपी नड्डा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि रफ्तार बेहद धीमी है लेकिन 20 अक्टूबर तक किसी भी सूरत में निर्धारित एक करोड़ नये सदस्य बनाने का लक्ष्य पूरा करना है.
स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों की मदद लेने की सलाहः बैठक में नेताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष का ध्यान कई समस्याओं की ओर दिलाया.नेताओं ने मोबाइल नेटवर्क में समस्या होने की बात कही तो दुर्गा पूजा के दौरान भी सदस्यता अभियान में कैसे तेजी लाई जाए इसे लेकर सवाल उठाया. इस पर नड्डा ने स्थानीय निकाय के जनप्रतिनिधियों की मदद लेने और उनकी भी भूमिका सुनिश्चित करने का सुझाव दिया.
"राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सदस्यता अभियान को तेज करने के लिए नेताओं से कहा है. हम हर हाल में एक करोड़ का लक्ष्य हासिल करेंगे इसका मुझे पूरा भरोसा है.राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हम लोगों का मार्गदर्शन भी किया है."-प्रदीप सिंह, सांसद, अररिया
"मुख्य रूप से ये बैठक सदस्यता अभियान को लेकर थी.सदस्यता और तेज गति से हो इसे लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष के ने कई निर्देश दिए हैं.तमाम कार्यकर्ता और नेता मिलकर लक्ष्य को पूरा करेंगे. बैठक में नेताओं ने कहा कि ओटीपी को लेकर भी कई लोग सवाल खड़े करते रहे हैं,राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि ओटीपी न कह कर इसे रेफरल कोड कहा जाए."-मुरारी मोहन झा, विधायक, बीजेपी
सबके लिए निर्धारित है लक्ष्यःसदस्यता अभियान के तहत पार्टी ने हर विधायक को व्यक्तिगत तौर पर 5 हजार सदस्य बनाने और विधानसभा क्षेत्र में 50 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है. वहीं हर सांसद को व्यक्तिगत तौर पर 11 हजार सदस्य और संसदीय क्षेत्र में 3 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है.