मैं रामविलास भाईसाहब का असली उत्तराधिकारी हूं : पारस
रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस हमेशा अपने भाई साहब के साथ साये की तरह रहे. उनसे राजनीति सीखी और आठ बार विधायक बने. 2019 में पहली बार लोकसभा के लिए चुने गए और पहले ही कार्यकाल में केन्द्रीय मंत्री भी बन गए. यह सब तब हुआ जब पासवान के निधन के तत्काल बाद परिवार में कलह का माहौल बन गया. भतीजे चिराग पासवान से अनबन के चलते चाचा पारस ने अलग रास्ता लिया और उनका साथ दिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने. आज पशुपति पारस ना सिर्फ रामविलास पासवान की संसदीय सीट रही हाजीपुर से सांसद हैं बल्कि केन्द्र में पासवान की जगह कैबिनेट मंत्री भी हैं. पारस के पास खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय का प्रभार है. ईटीवी भारत के रीजनल एडिटर सचिन शर्मा से बात करते हुए पशुपति पारस ने अंदर के कई राज खोले. उन्होंने बताया कि किस तल्खी के साथ वो चिराग से अलग हुए और आज लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) पर पूरी तरह उन्हीं का अधिकार है. आप भी इस रोमांचक और चौंकानी वाली बातचीत को सुनिए..
Last Updated : Sep 4, 2021, 7:19 PM IST