ETV Bharat / bharat

नंदुरबार के 'वीरू सहस्त्रबुद्धे', थ्री इडियट्स के बोमन ईरानी की तरह दोनों हाथ से लिखते हैं छात्र - MAHARASHTRA

महाराष्ट्र के नंदुरबार में जिला परिषद स्कूल के छात्र इडियट्स के बोमन ईरानी की तरह दोनों हाथ से लिखते हैं.

writing with both hands
दोनों हाथ से लिखते छात्र (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 4 hours ago

मुंबई: महाराष्ट्र के नंदुरबार में जिला परिषद स्कूल के छात्र इंग्लिश मीडियम स्कूलों के छात्रों की तुलना में विभिन्न विषयों में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. जिला परिषद बाल अमराई स्कूल के छात्रों की खासियत यह है कि यहां के सभी छात्र दोनों हाथों से लिखते हैं. हमने शायद यह बात सिर्फ फिल्मों में या कहीं और सुनी होगी, लेकिन इन छात्रों ने इसे सच कर दिखाया है. इन छात्रों को तराशने में यहां के शिक्षकों की अहम भूमिका रही है.

जिला परिषद स्कूलों में शिक्षा की क्वालिटी सुधारने के लिए शिक्षकों ने जो मेहनत की है, उसका फल आज देखने को मिल रहा है. बाल अमराई गांव की जनसंख्या 1000 से भी कम है. इस गांव के जिला परिषद स्कूल के छात्र दोनों हाथों से मराठी, अंग्रेजी और गणित लिखते हैं.

यहां के छात्र आत्मविश्वास और वर्क एक्सपीरियंस के माध्यम से विभिन्न चीजें बनाना सीख रहे हैं. बता दें नंदुरबार जिला मुख्य रूप से आदिवासी है. वहीं, जिले में शिक्षा की गुणवत्ता की आलोचना की जाती रही है. हालांकि, अब सवाल उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है.

दोनों हाथ से लिखते छात्र (ETV Bharat)

फर्रादेदार इंग्लिश बोलते हैं छात्र
स्कूल शिक्षक देवराम पाटिल ने बताया कि स्कूल के छात्र इंग्लिश इतनी अच्छी तरह पढ़ते हैं कि इंग्लिश मीडियम के स्टूडेंट्स भी शर्मसार हो जाएं. गणित के पहाड़े सटीक ढंग से सुना सकते हैं. यहां के बच्चों का उल्टा करके दोहराने का अभ्यास भी ध्यान आकर्षित करता है. यही बात इस विद्यालय को अनूठा बनाती है.

यहां के शिक्षकों ने जिला परिषद स्कूलों में छात्रों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अपनी योग्यता साबित की है और दिखाया है कि जिला परिषद स्कूल भी अच्छे हैं. यही कारण है कि गांव में छात्रों के माता-पिता अपने छात्रों को बड़े उत्साह और खुशी के साथ शिक्षा के लिए यहां भेजते हैं.

फिल्म 3 इडियट्स से प्रेरित
छात्रों के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों को देखकर, वे उनका सम्मान करते हैं. शिक्षक देवराम पाटिल ने कहा, एक छात्रों 'फिल्म 3 इडियट्स' में एक प्रोफेसर (वीरू सहस्त्रबुद्धे) को दोनों हाथों से लिखते हुए दिखाया. इस फिल्म को देखने के बाद, उसने पूछा कि क्या हम उस तरह दोनों हाथों से लिख पाएंगे?" इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों को दोनों हाथों से लिखने में मदद करने के लिए कदम उठाए और प्रयास सफल रहा.

छात्रों को बार-बार दोनों हाथों से लिखने का अभ्यास कराया गया. उनका मार्गदर्शन करने के साथ ही अभिभावकों को इस बारे में जानकारी दी गई. स्कूल के शिक्षक देवराम पाटिल ने विद्यार्थियों के कौशल के बारे में कहा, "भविष्य में विद्यार्थियों को किसी भी तरह की कठिनाई होने पर वे दोनों हाथों का उपयोग करके लिख सकें. इसके लिए हम छात्रों को दोनों हाथों से लिखने में पारंगत बना रहे हैं. हम अभ्यास करा रहे हैं कि छात्र दोनों हाथों से लिखते हुए पूछे गए किसी भी प्रश्न का उत्तर भी दें."

आदिवासी हैं स्कूल के छात्र
उन्होंने कहा कि भले ही स्कूल के सभी छात्र आदिवासी हैं, लेकिन इसके लिए अभिभावकों का हमें काफी सहयोग मिल रहा है. हमने जो पढ़ाई कराई है, उसे हम कैसे पूरा कर सकते हैं. इसके लिए हम अभिभावकों से बातचीत कर रहे हैं. उन्हें इस बारे में बताने का प्रयास कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- ट्रेन यात्रियों को गंदे और बदबूदार कंबल से मिलेगा छुटाकारा, अब इतने दिन में होगी धुलाई

मुंबई: महाराष्ट्र के नंदुरबार में जिला परिषद स्कूल के छात्र इंग्लिश मीडियम स्कूलों के छात्रों की तुलना में विभिन्न विषयों में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं. जिला परिषद बाल अमराई स्कूल के छात्रों की खासियत यह है कि यहां के सभी छात्र दोनों हाथों से लिखते हैं. हमने शायद यह बात सिर्फ फिल्मों में या कहीं और सुनी होगी, लेकिन इन छात्रों ने इसे सच कर दिखाया है. इन छात्रों को तराशने में यहां के शिक्षकों की अहम भूमिका रही है.

जिला परिषद स्कूलों में शिक्षा की क्वालिटी सुधारने के लिए शिक्षकों ने जो मेहनत की है, उसका फल आज देखने को मिल रहा है. बाल अमराई गांव की जनसंख्या 1000 से भी कम है. इस गांव के जिला परिषद स्कूल के छात्र दोनों हाथों से मराठी, अंग्रेजी और गणित लिखते हैं.

यहां के छात्र आत्मविश्वास और वर्क एक्सपीरियंस के माध्यम से विभिन्न चीजें बनाना सीख रहे हैं. बता दें नंदुरबार जिला मुख्य रूप से आदिवासी है. वहीं, जिले में शिक्षा की गुणवत्ता की आलोचना की जाती रही है. हालांकि, अब सवाल उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिल रहा है.

दोनों हाथ से लिखते छात्र (ETV Bharat)

फर्रादेदार इंग्लिश बोलते हैं छात्र
स्कूल शिक्षक देवराम पाटिल ने बताया कि स्कूल के छात्र इंग्लिश इतनी अच्छी तरह पढ़ते हैं कि इंग्लिश मीडियम के स्टूडेंट्स भी शर्मसार हो जाएं. गणित के पहाड़े सटीक ढंग से सुना सकते हैं. यहां के बच्चों का उल्टा करके दोहराने का अभ्यास भी ध्यान आकर्षित करता है. यही बात इस विद्यालय को अनूठा बनाती है.

यहां के शिक्षकों ने जिला परिषद स्कूलों में छात्रों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अपनी योग्यता साबित की है और दिखाया है कि जिला परिषद स्कूल भी अच्छे हैं. यही कारण है कि गांव में छात्रों के माता-पिता अपने छात्रों को बड़े उत्साह और खुशी के साथ शिक्षा के लिए यहां भेजते हैं.

फिल्म 3 इडियट्स से प्रेरित
छात्रों के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों को देखकर, वे उनका सम्मान करते हैं. शिक्षक देवराम पाटिल ने कहा, एक छात्रों 'फिल्म 3 इडियट्स' में एक प्रोफेसर (वीरू सहस्त्रबुद्धे) को दोनों हाथों से लिखते हुए दिखाया. इस फिल्म को देखने के बाद, उसने पूछा कि क्या हम उस तरह दोनों हाथों से लिख पाएंगे?" इसके बाद उन्होंने विद्यार्थियों को दोनों हाथों से लिखने में मदद करने के लिए कदम उठाए और प्रयास सफल रहा.

छात्रों को बार-बार दोनों हाथों से लिखने का अभ्यास कराया गया. उनका मार्गदर्शन करने के साथ ही अभिभावकों को इस बारे में जानकारी दी गई. स्कूल के शिक्षक देवराम पाटिल ने विद्यार्थियों के कौशल के बारे में कहा, "भविष्य में विद्यार्थियों को किसी भी तरह की कठिनाई होने पर वे दोनों हाथों का उपयोग करके लिख सकें. इसके लिए हम छात्रों को दोनों हाथों से लिखने में पारंगत बना रहे हैं. हम अभ्यास करा रहे हैं कि छात्र दोनों हाथों से लिखते हुए पूछे गए किसी भी प्रश्न का उत्तर भी दें."

आदिवासी हैं स्कूल के छात्र
उन्होंने कहा कि भले ही स्कूल के सभी छात्र आदिवासी हैं, लेकिन इसके लिए अभिभावकों का हमें काफी सहयोग मिल रहा है. हमने जो पढ़ाई कराई है, उसे हम कैसे पूरा कर सकते हैं. इसके लिए हम अभिभावकों से बातचीत कर रहे हैं. उन्हें इस बारे में बताने का प्रयास कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें- ट्रेन यात्रियों को गंदे और बदबूदार कंबल से मिलेगा छुटाकारा, अब इतने दिन में होगी धुलाई

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.