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क्या आपके शरीर में भी बढ़ रहा है यूरिक एसिड, कहीं आप भी तो नहीं ले रहे हैं एक्स्ट्रा प्रोटीन - URIC ACID

यूरिक एसिड के बारे में आयुर्वेद डॉक्टर रोहित गुप्ता ने बताया कि कैसे करें इसकी पहचान और कैसे रखें खुद का ख्याल.

क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड
जानिए क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Feb 7, 2025, 9:17 AM IST

जयपुर : आमतौर पर लोग शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर देते हैं. आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. रोहित गुप्ता के मुताबिक ऐसा करना गलत है. उनका कहना है कि बढ़े हुए यूरिक एसिड के दौरान सभी प्रकार के प्रोटीन का सेवन बंद नहीं करना चाहिए. बल्कि, इस दौरान हाई-प्यूरीन फूड्स से बचना चाहिए और लो-प्यूरीन फूड्स का सेवन करना चाहिए. डॉ. गुप्ता के अनुसार, यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए हमें अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट को संतुलित रखना चाहिए.

डॉ. गुप्ता बताते हैं कि यूरिक एसिड एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो प्यूरीन (Purine) नामक तत्व के टूटने से बनता है. यह मुख्य रूप से किडनी के जरिए शरीर से बाहर निकलता है, लेकिन जब किडनी इसे ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती या शरीर में प्यूरीन का स्तर अधिक होता है, तो यूरिक एसिड बढ़ने लगता है. इसका उच्च स्तर हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहलाता है, जो गठिया (Gout) और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.

यूरिक एसिड के बारे में जानकारी
यूरिक एसिड के बारे में जानकारी (ETV Bharat GFX)

इसे भी पढ़ें- यूरिक एसिड बनने से होता है गठिया, जानिए कारण, लक्षण और नियंत्रण के लिए आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे

यूरिक एसिड के दौरान प्रोटीन को लेकर भ्रांतियां : डॉ. रोहित गुप्ता के अनुसार, यूरिक एसिड के दौरान प्रोटीन को लेकर कई भ्रांतियां होती हैं. यूरिक एसिड और प्रोटीन के संबंध को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझना आवश्यक है. उनका कहना है कि सभी प्रोटीन प्यूरीन का स्रोत नहीं होते. कुछ खाद्य पदार्थ जैसे रेड मीट, सीफूड (मछली, झींगा), और ऑर्गन मीट (जैसे लीवर) में प्यूरीन का स्तर अधिक होता है, जिससे यूरिक एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है. इसके विपरीत, पौधों से प्राप्त प्रोटीन जैसे दालें, बीन्स और सोया में प्यूरीन का स्तर कम होता है, और इन्हें संतुलित मात्रा में लिया जा सकता है. इसी तरह, डेयरी उत्पादों में विशेष रूप से दूध, दही और पनीर जैसे लो-फैट प्रोडक्ट्स में प्रोटीन होता है, जो यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं. इन्हें डाइट में शामिल करना सुरक्षित और लाभकारी है.

क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड
क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड (ETV Bharat GFX)

शरीर को प्रोटीन की आवश्यकता : डॉ. गुप्ता के मुताबिक, प्रोटीन शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है. इसे पूरी तरह से बंद करना मांसपेशियों की कमजोरी, थकान और इम्यूनिटी कमजोर होने का कारण बन सकता है. इसलिए प्रोटीन का पूरी तरह त्याग करना सही उपाय नहीं है. उनका कहना है कि हमें संतुलित मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना चाहिए और हाई-प्यूरीन फूड्स का सेवन सीमित करना चाहिए.

उन्होंने यह भी बताया कि हाइड्रेशन बढ़ाने के लिए दिनभर में 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए, जिससे यूरिक एसिड किडनी के जरिए बाहर निकल सके. साथ ही, लो-प्यूरीन फूड्स का सेवन करना चाहिए, जैसे साबुत अनाज, सब्जियां, लो-फैट डेयरी और नट्स. बीयर और मीठे पेय पदार्थ यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं, इनसे बचना बेहतर है. डॉ. गुप्ता कहते हैं कि मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है, इसलिए नियमित व्यायाम करें और वजन को नियंत्रित रखें.

जयपुर : आमतौर पर लोग शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने पर प्रोटीन से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन बंद कर देते हैं. आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. रोहित गुप्ता के मुताबिक ऐसा करना गलत है. उनका कहना है कि बढ़े हुए यूरिक एसिड के दौरान सभी प्रकार के प्रोटीन का सेवन बंद नहीं करना चाहिए. बल्कि, इस दौरान हाई-प्यूरीन फूड्स से बचना चाहिए और लो-प्यूरीन फूड्स का सेवन करना चाहिए. डॉ. गुप्ता के अनुसार, यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए हमें अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल और डाइट को संतुलित रखना चाहिए.

डॉ. गुप्ता बताते हैं कि यूरिक एसिड एक प्राकृतिक पदार्थ है, जो प्यूरीन (Purine) नामक तत्व के टूटने से बनता है. यह मुख्य रूप से किडनी के जरिए शरीर से बाहर निकलता है, लेकिन जब किडनी इसे ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती या शरीर में प्यूरीन का स्तर अधिक होता है, तो यूरिक एसिड बढ़ने लगता है. इसका उच्च स्तर हाइपरयूरिसीमिया (Hyperuricemia) कहलाता है, जो गठिया (Gout) और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.

यूरिक एसिड के बारे में जानकारी
यूरिक एसिड के बारे में जानकारी (ETV Bharat GFX)

इसे भी पढ़ें- यूरिक एसिड बनने से होता है गठिया, जानिए कारण, लक्षण और नियंत्रण के लिए आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खे

यूरिक एसिड के दौरान प्रोटीन को लेकर भ्रांतियां : डॉ. रोहित गुप्ता के अनुसार, यूरिक एसिड के दौरान प्रोटीन को लेकर कई भ्रांतियां होती हैं. यूरिक एसिड और प्रोटीन के संबंध को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से समझना आवश्यक है. उनका कहना है कि सभी प्रोटीन प्यूरीन का स्रोत नहीं होते. कुछ खाद्य पदार्थ जैसे रेड मीट, सीफूड (मछली, झींगा), और ऑर्गन मीट (जैसे लीवर) में प्यूरीन का स्तर अधिक होता है, जिससे यूरिक एसिड का उत्पादन बढ़ सकता है. इसके विपरीत, पौधों से प्राप्त प्रोटीन जैसे दालें, बीन्स और सोया में प्यूरीन का स्तर कम होता है, और इन्हें संतुलित मात्रा में लिया जा सकता है. इसी तरह, डेयरी उत्पादों में विशेष रूप से दूध, दही और पनीर जैसे लो-फैट प्रोडक्ट्स में प्रोटीन होता है, जो यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं. इन्हें डाइट में शामिल करना सुरक्षित और लाभकारी है.

क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड
क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड (ETV Bharat GFX)

शरीर को प्रोटीन की आवश्यकता : डॉ. गुप्ता के मुताबिक, प्रोटीन शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है. इसे पूरी तरह से बंद करना मांसपेशियों की कमजोरी, थकान और इम्यूनिटी कमजोर होने का कारण बन सकता है. इसलिए प्रोटीन का पूरी तरह त्याग करना सही उपाय नहीं है. उनका कहना है कि हमें संतुलित मात्रा में प्रोटीन का सेवन करना चाहिए और हाई-प्यूरीन फूड्स का सेवन सीमित करना चाहिए.

उन्होंने यह भी बताया कि हाइड्रेशन बढ़ाने के लिए दिनभर में 2-3 लीटर पानी पीना चाहिए, जिससे यूरिक एसिड किडनी के जरिए बाहर निकल सके. साथ ही, लो-प्यूरीन फूड्स का सेवन करना चाहिए, जैसे साबुत अनाज, सब्जियां, लो-फैट डेयरी और नट्स. बीयर और मीठे पेय पदार्थ यूरिक एसिड को बढ़ा सकते हैं, इनसे बचना बेहतर है. डॉ. गुप्ता कहते हैं कि मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है, इसलिए नियमित व्यायाम करें और वजन को नियंत्रित रखें.

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