चित्तौड़गढ़. जिले में एक बड़ा ट्रेन हादसा सामने आया है, जहां रेलवे पटरी पार करते दंपती सहित तीन लोग ट्रेन की चपेट में आ गए. हादसे में दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि शख्स ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया. दंपती की रविवार को अंतिम यात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. मृतकों में एक महिला अहमदाबाद की रहने वाली थी, जिसका शव लेकर परिजन अहमदाबाद रवाना हो गए.
जागरण में जा रहे थे तीनों : निंबाहेड़ा कोतवाली थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक राम सुमेर मीणा ने बताया कि मोची मोहल्ले में रहने वाले 50 वर्षीय मोहनलाल धोबी के बड़े भाई ने शनिवार रात पटरी के दूसरे छोर पर भेरूजी मंदिर पर रात्रि जागरण का कार्यक्रम रखा गया था. मोहनलाल अपनी पत्नी 45 वर्षीय ललिता और साली 40 वर्षीय जयश्री के साथ रात्रि जागरण में शामिल होने के लिए जा रहे थे.
तीनों ही अंडरपास की बजाय सीधे ही पटरी क्रॉस कर भेरूजी मंदिर जा रहे थे. इसी दौरान चित्तौड़गढ़ की ओर जा रही बांद्रा-अजमेर एक्सप्रेस आ गई. हालांकि, कुछ लोगों ने उन्हें आवाज लगाकर बताने की कोशिश कि, लेकिन साउंड सिस्टम की तेज आवाज के चलते वो लोग आवाज सुन नहीं पाए और ट्रेन की चपेट में आ गए.
थाना प्रभारी के अनुसार दुर्घटना में ललिता के हाथ पैर अलग हो गए. वहीं, उसकी बहन की भी मौके पर मौत हो गई, जबकि घायल हालत में मोहनलाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने आज सुबह तीनों के पोस्टमार्टम करवाकर शव परजिनों को सौंप दिए.