जयपुर : विधानसभा में दादी शब्द लेकर चल रहा गतिरोध लगातार बरकरार है. सदन में एक बार फिर माफी मांगने पर पेच फंसा और सदन की कार्यवाही तीसरी बार फिर स्थगित करनी पड़ी. भोजन अवकाश के बाद सदन की कार्यवाही में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा सदस्य गोविंद सिंह डोटासरा ने पूरे घटनाक्रम पर खेद तो जाता है, लेकिन उन्होंने अपने द्वारा आसान की तरफ बढ़ने के मामले पर माफी नहीं मांगने पर गतिरोध बढ़ गया. सत्ता पक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई कि डोटासरा पूर्व में निर्धारित बातचीत के अनुसार माफी नही मांग रहे है. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के बीच में नोंकझोंक शुरू हो गई, इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2:48 बजे तक के स्थगित कर दिया.
गतिरोध जारी : दरअसल, विधानसभा में 4 दिन से चल रहा गतिरोध टूटने से पहले फिर माफी को लेकर पेंच फस गया है. गोविंद सिंह डोटासरा को निलंबन के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने विशेष अनुमति के तहत बोलने के लिए बुलाया. उन्होंने पूरे घटनाक्रम तो पर तो खेत जाताया, लेकिन खुद इस घटनाक्रम के लिए माफी नहीं मांगी. स्पीकर ने डोटासरा से कहा कि "आप मेरी टेबल तक आने के घटनाक्रम पर खेद तो जताएं". इस पर डोटासरा मंत्री से माफी मंगवाने की बात कहने लगे. डोटासरा ने कहा "मंत्री के बोलने से लेकर अब तक जो कुछ सदन में हुआ, उस पर मुझे खेद है यह नहीं होना चाहिए था." इस पर संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि हमारी वार्ता में यही तय हुआ था कि पहले आप खेद जताएंगे और फिर आगे की कार्यवाही चलेगी. आप समझौते से पीछे हट रहे हैं यह ठीक नहीं है.
स्पीकर ने भी डोटासरा के सीधे माफी नहीं मांगने पर कहा कि आपको खुद तो खेद जताना चाहिए. इस पर डोटासरा ने कहा कि "मुझे आपकी टेबल तक आने की जरूरत क्यों पड़ी ? इसका कारण मंत्री अविनाश गहलोत की टिप्पणी थी, पहले वह तो माफी मांगे ?" काफी देर तक चली बहस के बाद विधानसभा स्पीकर ने आधे घंटे तक के लिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.
कांग्रेस सदन चलना चाहती है, लेकिन सत्ता पक्ष पक्षी सदन नहीं चलाना चाहता. सरकार की मंशा सदन को चलाने की नहीं है. इससे पहले बड़े-बड़े गतिरोध हुए हैं, सदन चलाना सरकार की जिम्मेदारी होती है. सब प्रयासों के बावजूद भी दादागिरी पर उतरना चाहते हैं तो हमें भी रणनीति बनानी पड़ेगी. सत्ता पक्ष इगो बना रहा है, फिर भी यह गतिरोध नहीं तोड़ना चाह रही तो हमारे हाथ नहीं है. मार्शल बुलाकर धमकाना चाहते हैं. : टीकाराम जूली, नेता प्रतिपक्ष
कांग्रेस विधायक ओछी हरकतों से बाज नहीं आ रहे : शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने आज फिर स्पीकर का अपमान करने का षड्यंत्र किया. विधानसभा के सचिव बैठते हैं, उसके पीछे टेबल पर जाकर खड़े हो गए, यह ठीक नहीं था. इनको स्पीकर की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए, लेकिन ये अपनी ओछी हरकतों से बाज नहीं आ रहे. ये विधानसभा अध्यक्ष की शालीनता का लाभ उठा रहे हैं. जनता की प्रतिक्रिया आ रही है कि राजस्थान की विधानसभा में जिस प्रकार से कांग्रेस के विधायक आसन का अपमान कर रहे हैं उनको कठोर से कठोर सजा देनी चाहिए.
इससे पहले विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही विपक्ष ने वेल में आकर जमकर हंगामा शुरू कर दिया. विपक्ष ने लगातार न्याय की मांग की. विपक्ष के हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल की कार्यवाही को जारी रखे हुए कुछ सवालों के जवाब कराए, लेकिन तीन सवालों के जवाब होने के साथ विपक्ष का हंगामा ज्यादा बढ़ गया. सदन में सदस्यों के सवाल जवाब के बीच विपक्ष की ओर से हो रही नारेबाजी पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने चेतावनी दी कि सभी सदस्य सत्र की कार्यवाही को शांतिपूर्ण चलने दें. इसके साथ ही अध्यक्ष ने कहा कि जो सदस्य निलंबित किए हुए हैं, वह सदन से बाहर निकलें. हालांकि, इसके बाद भी विपक्ष के निलंबित सदस्य सदन में मौजूद रहे. ऐसे में अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया. फिर कार्यवाही 1 बजे तक और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित की गई थी.
सदन में जो प्रतिरोध है, वह कांग्रेस की हठधर्मिता के कारण है. कांग्रेस आपसी अंतर्कलह में उलझी हुई है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली एक दूसरे की टांग खींचने में लगे हैं, जिसकी वजह से यह गतिरोध खत्म नहीं हो रहा है. कांग्रेस अगर हठधर्मिता छोड़े तो यह गतिरोध खत्म होगा और बजट पर सार्थक चर्चा हो सकेगी. : सुरेश रावत, मंत्री
तीन प्रश्नों के जवाब हुए : प्रश्न कल के दौरान डॉक्टर जसवंत सिंह यादव ने बहरोड विधानसभा क्षेत्र के जापानी जॉन और नीमराना में स्थापित औद्योगिक इकाइयों को लेकर सवाल किया, जिसके जवाब में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि NH-8 क्षेत्र में उद्योग की अपार संभावना है. इंडस्ट्री के लिए जमीन मिलती है तो बहरोड में उद्योग स्थापित करने की कोशिश करेंगे. हमारी सरकार ने स्थानीय लोगों को रोजगार मिले इसके लिए विशेष कदम उठाए हैं. सरकार औद्योगिक इकाइयों के प्रोत्साहन के लिए मदद करती है.
स्कूल खोले नहीं, केवल बोर्ड लटकाए : विधायक ललित मीणा ने प्रदेश में कितने स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल व महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय अंग्रेजी माध्यम संचालित है, इसको लेकर सवाल किया. इसके जवाब में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि वर्ष 2019 में महात्मा गांधी स्कूल खोले गए. दो कमरे में स्कूल चल रहे इंग्लिश मीडियम स्कूल खोल तो दिए, ना कमरे दिए न स्टाफ दिया. 5 साल से कांग्रेस सरकार ने कोई व्यवस्था नहीं की. इसके बाद ललित मीणा ने पूछा कि सरकार अंग्रेजी मॉडल महात्मा गांधी स्कूल में अतिरिक्त कमरे या टीचर लगाने का विचार रखती है. इसपर मंत्री मदन दिलावर ने कहा यह सच है कांग्रेस ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले नहीं, केवल बोर्ड लटकाए थे.
विद्युत से जुड़ी कोई भी डिमांड जरूर भेजें : उन्होंने कहा कि स्कूलों के लिए भवन भी नहीं है. केवल दो कमरों में सीनियर सेकेंडरी अंग्रेजी माध्यम स्कूल चला रखा है. इसके कारण से पढ़ाई नहीं हो रही. विद्यार्थियों को परेशानी हो रही है. मंत्रिमंडल के उप समिति में इस पर विचार हो रहा है कि ऐसे विद्यालयों का क्या करना चाहिए. निर्णय होगा उसके आधार पर आगे का काम होगा. इसके बाद विधायक श्रीचंद कृपलानी ने आदिवासी गांवों में बिजली कनेक्शन को लेकर सवाल किया तो मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि निंबाहेड़ा विधानसभा क्षेत्र में 4 साल में कांग्रेस ने शासन में केवल 652 लाख के कार्य स्वीकृत हुए हैं. हमारी सरकार आने के बाद 28 कार्य 455 लाख के स्वीकृत हो रहे हैं. विद्युत से जुड़ी कोई भी आप डिमांड भेजेंगे तो हम हमारा प्रस्ताव स्वीकार करके ऊर्जा विभाग को भेजेंगे.
सदन के गतिरोध के बीच सीएम विधानसभा पहुंचे : वहीं, विधानसभा में चल रहे गतिरोध के बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी सदन पहुंच गए हैं. भजनलाल शर्मा अपने कक्ष में मंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि सदन में पनपे गतिरोध को किस तरह से बीच का रास्ता निकाल खत्म किया जाए, इसको लेकर चर्चा हो रही है. उधर, विधानसभा अध्यक्ष भी लगातार पक्ष और विपक्ष से संपर्क के जरिए गतिरोध को खत्म करने पर चर्चा कर रहे हैं. सत्ता पक्ष ऐसा इसलिए भी चाहेगी क्योंकि दो दिन बाद बजट पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का रिप्लाई होना है, सीएम का रिप्लाई आए उससे पहल इस गतिरोध को खत्म किया जाएगा.