बेलगावी: बंधगोभी या फिर पत्तागोभी को हमलोग आम सब्जी समझते हैं. लेकिन क्या आप सोच सकते हैं कि चाउमिन और सलाद में इस्तेमाल होने वाली यही गोभी किसी को करोड़पति बना सकती है. कर्नाटक के एक किसान ने बंधागोभी की खेती से न सिर्फ अपना कर्ज उतार दिया, बल्कि एक संपन्न जीवन जी रहे हैं. तरक्की का आलम यह है कि उनके घर, बाइक और यहां तक कि शादी के निमंत्रण पत्र पर भी लिखा रहता है, "सब गोभी की बदौलत है."
संघर्ष से सफलता तकः बेलगावी के कडोली गांव के किसान नागेश चंद्रप्पा देसाई को 10वीं तक पढ़ाई करने के बाद स्कूल छोड़ना पड़ा. खेती करनी पड़ी. शुरुआत में उन्होंने अपनी तीन एकड़ जमीन पर गन्ना, आलू और चावल उगाया. लेकिन स्थिर आय अर्जित करने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा था. इस दौरान कर्ज भी बढ़ गया. 2010 में उन्होंने पत्तागोभी की खेती करने का फैसला किया. नागेश के इस निर्णय ने उनकी किस्मत बदल दी. पिछले 15 वर्षों में, उन्होंने गोभी की खेती से 1 करोड़ से अधिक की कमाई की.
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ईटीवी भारत से बात करते हुए नागेश ने कहा, "गोभी ने हमें कर्ज से उबारा और करोड़पति बनाया. यही वजह है कि हमारे घर की हर चीज, यहां तक कि हमारे बर्तनों पर भी लिखा होता है: 'सब गोभी की बदौलत है.'" उनकी माँ मंगल देसाई ने गर्व से बताया, "गोभी की मदद से हमने अपने बच्चों की शादी की, ज़मीन खरीदी और अपनी ज़िंदगी बेहतर बनाई. हम हमेशा इसके आभारी रहेंगे."
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'कैबेज नागन्ना' मिला उपनामः नागेश के माता-पिता, पत्नी प्रिया और उनके भाई कलप्पा, जो बेंगलुरु में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं उनकी खेती का समर्थन करते हैं. उनके समर्पण ने उन्हें गांव में "कैबेज नागन्ना" उपनाम दिलाया है. गोभी से होने वाले मुनाफे से नागेश ने अपने कर्ज चुकाए. 80 लाख रुपये में दो एकड़ जमीन खरीदी और अपनी शादी के साथ-साथ अपनी बहन और भाई की शादी का खर्च भी उठाया. नौ साल पहले, उन्होंने अपने खेत पर 6.5 लाख रुपये में एक घर बनवाया और उस पर गर्व से लिखवाया, "सब गोभी की बदौलत है." उनकी बाइक पर भी यही लिखा है.
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किसानों के प्रेरणास्रोत बनेः गोभी की कीमतें अप्रत्याशित हैं. उतार-चढ़ाव के बावजूद, नागेश गोभी की खेती के प्रति प्रतिबद्ध हैं. गांव के नेता अप्पासाहेब देसाई ने कहा, "नागेश की कड़ी मेहनत सभी किसानों के लिए प्रेरणा है. वह इस बात का सबूत है कि खेती लाभदायक हो सकती है." नागेश की सफलता की कहानी ने कई लोगों को प्रेरित किया है और यह साबित किया है कि अगर रणनीतिक तरीके से खेती की जाए तो इससे बड़ी वित्तीय सफलता मिल सकती है.
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कैसे होती है पत्ता गोभी की खेतीः गोभी की खेती के लिए भूमि तैयार की जाती है. प्रति एकड़ लगभग 40,000 पौधों की आवश्यकता होती है. फसल को 5-6 बार कीटनाशक, तीन बार खाद और हर आठ दिन में पानी की आवश्यकता होती है. तीन महीने में प्रति एकड़ उपज लगभग 25-30 टन होती है. बेंगलुरु, घाटप्रभा और बेलगावी के व्यापारी सीधे उनके खेत पर आते हैं, फसल काटते हैं और बाजार मूल्य चुकाते हैं.
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