रुद्रप्रयाग: देशभर में आज कई इलाकों में दिवाली मनाई जा रही है. उत्तराखंड के बदरीनाथ और केदारनाथ में भी आज धूमधाम से दिवाली मनाई गई. दिवाली को लेकर बदरीनाथ और केदारनाथ मंदिरों को खासतौर पर सजाया गया. बात अगर केदारनाथ मंदिर के करें को यहां दिवाली की रौनक देखते ही बन रही थी. केदारनाथ में दिवाली के मौके पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया. केदारनाथ दीपोत्सव कार्यक्रम में देश विदेश के भक्तों ने हिस्सा लिया. सभी ने अपने हाथों से केदारनाथ मंदिर पर में दिये जलाये.
बता दें दिवाली को देखते हुए बदरी केदार मंदिर समिति की ओर से केदारनाथ में दीपोत्सव का आयोजन किया गया. जिसमें पंडा पुरोहित, स्थानीय लोगों के साथ ही धाम में पहुंचे श्रद्धालुओं ने भाग लिया. केदारनाथ दीपोत्सव कार्यक्रम को लेकर भक्तों में काफी उत्साह देखा गया. श्रद्धालु भी केदारनाथ की इस अदभुत दिवाली के साक्षी बनकर काफी प्रसन्न दिखे.
केदारनाथ में दीपोत्सव कार्यक्रम दिवाली मनाई गई. भक्तों ने अलग ही अंदाज में केदारनाथ परिसर में दिवाली मनाई. भक्त ढोल-दमाऊ की थाप पर नृत्य करते हुए बाबा के जयकारों लगाते नजर आये.
#WATCH | Uttarakhand: The festival of Deepawali is being celebrated at Shri Badrinath Dham and Shri Kedarnath Dham today, 1st November. On this occasion, temples have been decorated with flowers and in the evening, the temples will be seen glittering with colourful lights.… pic.twitter.com/xk34XoLFuz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 1, 2024
3 नवंबर को बंद होंगे केदारनाथ के कपाट: केदारनाथ धाम के कपाट दीपावली के बाद भैया दूज पर 3 नवंबर को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद होंगे. बीते मंगलवार को केदारनाथ धाम में भुकुंट भैरवनाथ के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गये हैं. केदारनाथ के कपाट बंद करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. पंच पंडा समिति ने मंदिर के गर्भगृह में लगे सोने के छत्र को उतारकर भंडार गृह में रख दिया है. इसके बाद धीरे धीरे दूसरी प्रक्रियाएं की जाएंगी.इसके साथ ही 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद हो रहे हैं. 4 नवंबर को तृतीय केदार तुंगनाथ और 20 नवंबर को द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.