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150 वर्ष का हुआ भारत का मौसम विज्ञान विभाग, राज्यपाल संतोष गंगवार ने आईएमडी के कार्यों को सराहा - INDIAN METEOROLOGICAL DEPARTMENT

आईएमडी के 150 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में रांची में एक कार्यशाला आयोजित की गई. जिसमें राज्यपाल संतोष गंगवार ने शिरकत की.

Jharkhand Governor In IMD Program
झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और आईएमडी के डीजीपी मृत्युंजय महापात्र. (फोटो-ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 16, 2024, 9:48 PM IST

रांची: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150 वर्ष पूरे होने पर सोमवार को रांची के स्मार्ट सिटी सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आईएमडी के 150 साल पूरा होने पर सभी को बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि समर्पण और तकनीकी प्रगति के बल पर भारत के मौसम विभाग ने अपनी पहचान बनाई है. इसके लिए वैज्ञानिक, अधिकारी और कर्मचारी सभी बधाई के पात्र हैं.

उन्होंने कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपनी सटीक भविष्यवाणियों और तकनीकी क्षमताओं से न केवल आपदाओं के प्रभाव को कम किया है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों जैसे कृषि, आपदा प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन और राष्ट्रीय सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने आगे कहा कि मौसम विज्ञान विभाग और मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के प्रयासों ने राज्य में गंभीर प्राकृतिक आपदाओं जैसे वज्रपात, बाढ़, भारी वर्षा और शीतलहर के प्रभावों को कम करने में अहम भूमिका निभाई है.

मौसम विज्ञान केंद्र के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा

उन्होंने कहा कि मौसम विज्ञान केंद्र के प्रति जनमानस का विश्वास बढ़ा है, क्योंकि इसने पंचायत स्तर तक सटीक मौसम पूर्वानुमान और जानकारी उपलब्ध कराकर आपदा आने से पहले ही लोगों को सावधान कर जान और माल की रक्षा करने में मदद की है. उन्होंने कहा कि राज्य में समय पर खराब मौसम से जुड़ चेतावनियां जारी की गईं. जिससे स्थानीय समुदायों, सरकारी तंत्र और पीड़ितों को आपदा प्रबंधन को प्रभावी बनाने में मदद मिली.

झारखंड के राज्यपाल ने आगे कहा कि राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था का अहम स्थान है तो मौसम की सटीक जानकारी कृषि क्षेत्र के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है. उन्होंने बताया कि मौसम पूर्वानुमान से किसानों को फसल चयन, सिंचाई प्रबंधन और कीट नियंत्रण जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सहायता मिलती है.आपको बता दें कि देश में 26 राज्यस्तरीय केंद्र और 6 क्षेत्रीय स्तर के केंद्र हैं.

रांची में आईएमडी केंद्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा
कार्यक्रम में शामिल हुए आईएमडी के डीजीपी मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि रांची में आईएमडी केंद्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. यह केंद्र ब्लॉक स्तर की सेवाएं प्रदान करने में अग्रणी है. हम सभी राज्यों में हिंदी और अंग्रेजी सहित क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी देने की कोशिश कर रहे हैं. हम वीडियो संदेश भी जारी कर रहे हैं.

उन्होंने कहा कि इसके अलावा आगे चलकर आईएमडी क्षेत्रीय भाषाओं में जानकारी और पूर्वानुमान साझा करने की कोशिश कर रहा है. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि झारखंड राज्य हमारी प्राथमिकता है, क्योंकि राज्य में गरज और बिजली के साथ-साथ सूखा भी पड़ता है. ऐसे में हम यहां अपने काम को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं.

झारखंड मौसम केंद्र में लगेगा अत्याधुनिक डॉप्लर रडार

मौसम केंद्र के डीजीएम ने कहा कि अभी देश में कुल 126 रडार हैं और "मिशन मौसम" के तहत 53 और रडार लाए जाएंगे. मौसम पूर्वानुमान के लिए और अधिक गुणात्मक मौसम विश्लेषण की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि रांची में विंड प्रोफाइलर और डॉपलर रडार लगाए जाएंगे और एक साल के भीतर रांची में डॉपलर रडार काम करने लगेगा. जहां तक ​​सर्दियों के मौसम के पूर्वानुमान की बात है, इस साल शीतलहर की स्थिति एक या दो दिन कम रहेगी.

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