रामनगर के 5 रुपए के स्वादिष्ट समोसे (Video- ETV Bharat) रामनगर: नैनीताल जिले में रामनगर के पास छोई क्षेत्र में आग में लोहे की कढ़ाई में तले गए ताऊ जी के समोसे बड़े-बड़े रेस्टोरेंट के समोसों को मात देते हैं. कई किलोमीटर दूर दराज से भी लोग ताऊ के समोसों का स्वाद लेने के लिए पहुंचते हैं. ताऊ के समोसों का लोगों में ऐसा क्रेज है कि बनने के साथ ही समोसे खत्म भी हो जाते हैं.
रामनगर के छोई में ताऊ जी की दुकान है (Photo- ETV Bharat) रामनगर के मशहूर समोसे: नैनीताल जिले के रामनगर शहर से 5 किलोमीटर दूर हल्द्वानी रामनगर राज्य मार्ग पर पड़ने वाली छोई क्षेत्र में सड़क किनारे ताऊ जी समोसे वालों की दुकान है. रमेश गोस्वामी समोसे की दुकान के मालिक हैं. इनके समोसे खाने के लिए नैनीताल जिले के ही नहीं बल्कि उधमसिंह नगर जिले से भी लोग छोई पहुंचते हैं. बता दें कि वैसे तो रामनगर में कई प्रसिद्ध दुकानें हैं, जहां पर समोसों की बिक्री होती है.
ताऊ जी के समोसे फेमस हैं (Photo- ETV Bharat) लेकिन ताऊजी के लकड़ी के चूल्हे में लोहे की कढ़ाई पर तले छोटे आकार के यह समोसे कई फास्ट फूड पर भारी हैं. ताऊ की छप्पर वाली दुकान पर आम हो या खास सभी समोसे का स्वाद लेने के लिए रुक ही जाते हैं.
समोसों के लिए चटपटेदार आलू का मसाला बनता है (Photo- ETV Bharat) ताऊ जी के समोसे है फेमस: ताऊ जी समोसे वाले के नाम से प्रसिद्ध 65 वर्षीय रमेश गोस्वामी ने बताया कि वह पिछले 30 वर्षों से मिट्टी की भट्ठी में लोहे की कढ़ाई में समोसे तलकर बना रहे है. उन्होंने बताया कि इसमें सारे घरेलू मसालों का वह इस्तेमाल करते हैं. कुछ भी मसाले वह बाजार से नहीं लाते. उन्होंने बताया कि उनका समोसा बहुत ही छोटे आकार का होता है. वह लकड़ी में आग पर कढ़ाई रखकर इन समोसों को तलते हैं.
समोसों में भरने के लिए मसाला तैयार (Photo- ETV Bharat) लकड़ी के चूल्हे पर बनते हैं समोसे: ताऊ समोसे वालों ने बताया कि वह सबसे पहले आलू को छील लेते हैं. उसके बाद आलू को टुकड़ों में काट देते हैं. इसके बाद तेल में उन आलू को छोंका लगाकर और उनमें घरेलू मसाले डालकर लोहे की कढ़ाई पर पकाने के लिए रख देते हैं. बीच-बीच में कढ़ाई से ढक्कन हटाकर आलू को गोदने का कार्य करते हैं. इस तरीके से वह आलू को बारीक कर देते हैं. इस तरह उनकी समोसों में भरी जाने वाली रेसिपी तैयार हो जाती है. जिसको बनने में आधे से पौन घंटे का समय लगता है.
ताऊ जी के समोसे खाने दूर-दूर से लोग आते हैं (Photo- ETV Bharat) इसके बाद वह मैदा में तेल जीरा आदि डालते हैं. जिसके बाद वह उसको गूंथते हैं. फिर उनको लोई बनाकर गोल आकृति में ढालकर समोसों का मसाला भरने का कार्य करते हैं. यह पूर्ण होने के बाद वह उसको तेल से गर्म हुई कढ़ाई में डाल देते हैं. हल्की आंच में तलने देते हैं. लगभग 15 से 20 मिनट बाद लकड़ी के चूल्हे में बना समोसा तैयार हो जाता है, जो हाथों हाथ बिक जाते हैं.
ताऊ जी लकड़ी के चूल्हे पर समोसे तलते हैं (Photo- ETV Bharat) 5 रुपए में मिलता है एक समोसा: ताऊ जी समोसे वालों की दुकान पर समोसे का पिछले कई वर्षों से स्वाद लेने आने वाले ग्राहक कहते हैं कि इनके समोसों का स्वाद हटकर है. वह कहते हैं कि यह समोसा आसानी से नहीं मिलता. सुबह 11:00 बजे हमें काफी देर इंतजार करना पड़ता है. जिसके बाद यह समोसा मिलता है. वरना यहा समोसा बनते ही बिक जाते हैं. ताऊजी के समोसे की कीमत ₹5 है.
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