पटना:बिहार में मौसम लोगों के लिए कहर बन गया है. अप्रैल की गर्मी ने ही सबकी हालत खराब कर दी है. पटने के अस्पतालों में कुछ ही दिनों में मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है. हालांकि भीषण गर्मी को देखते हुए जिले में स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है. सिविल सर्जन कार्यालय से जानकारी दी गई कि प्रतिदिन का रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य समिति अस्पतालों से इकट्ठा कर रही है. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पतालों से जानकारी इकट्ठा की जा रही है कि हीट स्ट्रोक की शिकायत को लेकर कितने मरीज पहुंचे और उनका क्या ट्रीटमेंट हुआ.
हीट स्ट्रोक से संबंधित दवाइयों का स्टॉक: शहर के 25 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से 14 में डॉक्टर नहीं है लेकिन हीट स्ट्रोक से संबंधित दवाइयां उपलब्ध करा दी गई हैं. एएनएम और अन्य मेडिकल स्टाफ गर्मी की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों को ओआरएस बांट रहे हैं. इसके अलावा पेट दर्द, सर दर्द की शिकायत से संबंधित भी दवाइयां मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही है.
बढ़ते तापमान के साथ बढ़ी समस्या: शहर के गार्डिनर रोड अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मनोज कुमार ने बताया कि हाल के दिनों में ही टेस्टों की शिकायत के साथ आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी हुई है. ऐसे में पेट दर्द, लूज मोशन की शिकायत को लेकर जो आ रहे हैं उनके लिए मेट्रोनाजोल का टैबलेट उपलब्ध है. इसके अलावा उल्टी की शिकायत को लेकर आने वाले मरीजों के लिए ओंडेम का इंजेक्शन और दवाई उपलब्ध है. इसके अलावा सभी दवाइयां उपलब्ध हैं जो हीट स्ट्रोक के समय उपयोग में लाई जाती है.
लोग कैसे हो रहे बीमार: अभी के मौसम में भूख प्यास लगने पर लोग बाहर कहीं का भी पानी पी ले रहे हैं और कुछ भी खा ले रहे हैं, जिस कारण बीमार पड़ रहे हैं. इस मौसम में जरूरी है कि साफ सुथरा स्वच्छ पानी पिए और बाहर का कुछ भी खाने-पीने से परहेज करें क्योंकि स्ट्रीट फूड पोल्यूटेड रहता है. वहीं बात करें तो जिला स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओआरएस का काउंटर खोल दिया गया है. इसके साथ ही कई स्वास्थ्य केद्रों पर ग्लास और पानी की भी व्यवस्था की गई है.