शिमला:राजधानी के संजौली में बुधवार को शिमला पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया. यही नहीं, प्रदर्शन कर रहे लोगों पर वॉटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया. जिससे हिंदू संगठनों के लोगों के साथ-साथ स्थानीय व्यापारी भी खासे नाराज हैं. संजौली बाजार में प्रदर्शनकारियों पर शिमला पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के विरोध में व्यापार मंडल ने शिमला बंद का ऐलान किया है. स्थानीय व्यापारियों ने आज सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक दुकानें बंद रखने का फैसला लिया है.
शिमला बंद का ऐलान
जिसके चलते शिमला व्यापार मंडल के तहत आने वाली शहर में सभी दुकानें बंद है. इसके अलावा संजौली उपनगर में भी व्यापारियों द्वारा दुकानें बंद रखने का फैसला लिया गया है. शिमला में कोई भी दुकान नहीं खुली है और बाजार पूरी तरह से बंद है. इसके अलावा माल रोड पर भी सन्नाटा छाया हुआ है. शिमला बंद के तहत माल रोड पर भी सारी दुकानें बंद है. जिससे लोगों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
व्यापारियों ने विरोध में निकाली रैली
वहीं, शिमला लोअर बाजार में व्यापार मंडल के व्यापारियों ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ विरोध रैली निकाली है और जल्द से जल्द अवैध निर्माण को गिराने की मांग की है. व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव ने कहा, "बीते दिन संजौली में अवैध निर्माण को गिराने के लिए लोग प्रदर्शन कर रहे थे. उस समय पुलिस ने बेरहमी से उन पर लाठियां बरसाई. जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके विरोध में आज शिमला में पूरी तरह से दुकानें और बाजार बंद रखा गया है और सरकार से ये मांग की जा रही है कि जल्द से जल्द अवैध निर्माण को तोड़ा जाए. अगर इसे नहीं तोड़ा जाता है तो आने वाले समय में उग्र आंदोलन भी किया जाएगा."
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का लाठीचार्ज
गौरतलब है कि बुधवार, 11 सितंबर को मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी संजौली पहुंचे. जहां प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और बैरिकेड लगाए गए थे. प्रदर्शनकारियों की भारी भीड़ बैरिकेड तोड़ते हुए संजौली बाजार में घुस गई. जिसके बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष शुरू हो गया. पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. पुलिस और प्रदर्शनकारियों की झड़प में चार पुलिसकर्मी और 4 प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं. वहीं, विपक्ष ने भी लाठीचार्ज को लेकर सुक्खू सरकार को घेरा है.