जयपुर.छोटी काशी में बसंत पंचमी से होली तक ठाकुर जी को हर दिन प्राकृतिक रंगों और अरारोट से तैयार गुलाल अर्पित की जाएगी. शहर के आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में 14 फरवरी बसंत पंचमी पर पाटोत्सव मनाया जाएगा. इस दिन भगवान का मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया जाएगा। साथ ही ठाकुर जी को गुलाल भी अर्पित की जाएगी.साथ ही मंदिर में मां सरस्वती और प्राचीन ग्रंथों का भी पूजन किया जाएगा.
गोविंद देव जी मंदिर प्रांगण एक बार फिर अबीर गुलाल की खुशबू से महकेगा. मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि इस वर्ष 14 फरवरी को मंदिर श्री गोविंद देव जी में बसंत पंचमी मनाई जाएगी, जिसे पाटोत्सव के रूप में मनाया जाता है. 14 फरवरी को सुबह ठाकुर जी का अभिषेक होगा. इसके बाद धूप झांकी में अधिवास पूजन होगा. श्रृगांर झांकी की आरती के बाद माता सरस्वती और प्राचीन ग्रंथों का पूजन करने के बाद राजभोग की झांकी में पांच तरह की गुलाल अर्पित की जाएगी. उन्होंने बताया कि बसंत पंचमी से लेकर होली तक ठाकुर जी के नित्य इसी तरह गुलाल अर्पित की जाएगी. ये गुलाल जयपुर में ही तैयार करवाई गई है. इस संबंध में कारीगरों को 2 महीने पहले ही सूचित कर दिया गया था, उसी के अनुसार उन्होंने रंग गुलाल की तैयारी की. गुलाल के निर्माण में विशेष रूप से ध्यान रखा जाता है कि प्राकृतिक रंगों और अरारोट का ही मिश्रण हो.