पूर्णिया: जनता दल यूनाइटेड के विधान पार्षद नीरज कुमार ने सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखते हुए कहा है कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सदन में दिए गए वचन और आश्वासन का परिपालन किया जाए. इसके तहत सरकारी विद्यालयों का संचालनप्रदेश में सुबह 10:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक ही किया जाए.
नीरज कुमार ने सभी शिक्षा पदाधिकारी को लिखा पत्र: नीरज कुमार के पत्र पर विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह और नवल किशोर यादव का भी हस्ताक्षर है. पत्र की प्रति शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक और प्राथमिक शिक्षा निदेशक को भी भेजी गई है. पत्र में जदयू विधान पार्षद नीरज कुमार ने लिखा है कि गत बजट सत्र 2024 के दौरान माननीय मुख्यमंत्री द्वारा विधानमंडल में बिहार सरकार की ओर से सदन की भावना को देखते हुए सूबे के विद्यालयों की संचालन अवधि पूर्वाह्न दस बजे (10AM) से अपराह्न चार बजे (4PM) निर्धारित किए जाने के लिए वचन/आश्वासन दिया गया था.
स्कूलों के समय को लेकर जतायी नाराजगी:लेकिन आज महीने भर बीत जाने के बाद भी आपके द्वारा इस आशय का परिपालन नहीं किया जा रहा है. यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत भारतीय संविधान के प्रावधानों और बिहार विधानमंडल की शक्तियों के साथ ही बिहार कार्यपालिका नियमावली के उपबंधों के विपरीत है.नीरज कुमार ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को लिखे पत्र में कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के अधिकारिक वक्तव्य के बावजूद सूबे के विद्यालयों में आपके साथ-साथ ज़िला एवं प्रखंड स्तर के सभी विभागीय अधिकारियों के द्वारा शिक्षकों की निरंतर वेतन कटौती किए जाने का आदेश निर्गत किया जा रहा है.
'10 से 4 बजे तक संचालित हो स्कूल': यह पूरी तरीके से अनुचित और गैर-क़ानूनी है. आपका यह कृत्य बिहार विधान मंडल की प्रक्रिया एवं कार्य- संचालन नियमावली के तहत विधायिका के निमित्त प्रदत्त शक्तियों के विपरीत है. नीरज कुमार ने कहा है कि ऐसे में उक्त के आलोक में आपसे अपेक्षा है कि संसदीय प्रणाली में विधायिका को प्रदत्त शक्तियों, उनकी सुरक्षा एवं संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा सदन में दिये गए आश्वासन के आलोक में काम करें. सरकारी विद्यालयों की संचालन अवधि पूर्वाह्न दस बजे (10:00 AM) से अपराह्न चार बजे (04:00 PM) तक ही मान्य किया जाय. इस क्रम में शिक्षकों की वेतन-कटौती का आदेश वापस लिया जाय.