देहरादूनःउत्तराखंड सरकार खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के जरिए तमाम योजनाएं संचालित कर रही है. ताकि राशन कार्ड धारकों को योजनाओं का लाभ मिल सके. योजनाओं में पारदर्शिता हो, इसके लिए विभाग ने तमाम प्रस्ताव तैयार किए हैं, लेकिन वो प्रस्ताव तय समय पर धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं. इसके चलते मंत्री रेखा आर्य ने अधिकारियों पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जो भी प्रस्ताव बनाए जा रहे हैं, उनको तय समय के भीतर धरातल पर उतारा जाए.
मंत्री रेखा आर्य ने सोमवार को खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान चर्चा की गयी कि राशन गोदामों को स्मार्ट स्टोरेज या हाईटेक स्टोरेज के रूप में अपग्रेड का प्लान तैयार किया जाएगा. जिसमें तकनीकी का इस्तेमाल करने के लिए सिस्टम को डेवलप किया जाएगा. ताकि शासन से ही राशन गोदामों की भी मॉनिटरिंग की जा सके. मंत्री ने कहा कि प्रदेश के करीब 36 गोदामों की स्थिति बहुत बेकार है. जहां पर बेढंगे तरीके से राशन रखे गए हैं. जिसको ठीक करने की जरूरत है.
सब्सिडी पर चीनी के लिए प्रस्ताव: बैठक के दौरान, राशन गाड़ियों में जीपीएस लगाने का मामला सामने आया. जिस पर मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि राशन की सप्लाई में जिन गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है, उन सभी गाड़ियों में जीपीएस लगाया जाना चाहिए. क्योंकि भारत सरकार भी इस पर जोर दे रही है. लिहाजा, गाड़ियों में जीपीएस लगाने की प्रक्रिया के लिए समय सीमा भी निर्धारित की जाए. बैठक के दौरान राशन कार्ड धारकों को सब्सिडी पर चीनी दिए जाने को लेकर भी चर्चा की गई. ऐसे में विभाग सब्सिडी पर चीनी दिए जाने को लेकर भी प्रस्ताव तैयार करेगा.
उत्तराखंड में 23 लाख राशन कार्ड धारक: उत्तराखंड में राशन कार्ड धारकों को डिजिटल सत्यापन के जरिए राशन दिया जा रहा है. मौजूदा स्थिति यह है कि प्रदेश में मौजूद कुल 23 लाख राशन कार्ड धारकों में एवरेज 94 फीसदी राशन कार्ड धारक राशन ले रहे हैं. जिसमे से 92 फीसदी कार्ड धारकों को डिजिटल सत्यापन और 2 फीसदी कार्ड धारकों को मैनुअल सत्यापन के बाद राशन दिया जा रहा है. ऐसे में विभाग शत प्रतिशत राशन, वितरण डिजिटल सत्यापन के बाद देने के लिए योजना तैयार कर रहा है. जिसके तहत प्रदेश भर में मौजूदा राशन डीलर्स को डिवाइस दी जाएगी. बैठक के दौरान अधिकारियों के बताया कि राशन डीलर्स को अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते से डिवाइस देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. साथ ही दिसंबर पहले हफ्ते से 100 फीसदी राशन का डिस्ट्रीब्यूशन ऑनलाइन हो जाएगा.