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यह हाजीपुर है! यहां डर से वोट मांगने नहीं आ रहे प्रत्याशी, कारण जानकर हो जाएंगे हैरान - Lok Sabha Election 2024

By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 18, 2024, 10:35 PM IST

Hajipur Voters Opinion: लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में बिहार के हाजीपुर में 20 मई को मतदान है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम मतदाता का नब्ज टटोलने के लिए पहुंची तो मतदाताओं ने हैरान करने वाले खुलासे किए. उन्होंने कहा कि आज तक कोई प्रत्याशी इस इलाके में वोट मांगने के लिए आए ही नहीं. इसका कारण भी दिलचस्प है. पढ़ें पूरी खबर.

हाजीपुर लोकसभा सीट के मतदाता की राय
हाजीपुर लोकसभा सीट के मतदाता की राय (ETV Bharat)

हाजीपुर लोकसभा सीट के मतदाता की राय (ETV Bharat)

वैशालीःबिहार के हाजीपुर लोकसभा सीट पर 20 मई को मतदान है लेकिन शहर लोगों को पता भी नहीं है कि उनके क्षेत्र से कौन कौन प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इसका कारण जानकर हैरान हो जाएंगे. लोगों ने बताया कि आज तक कोई भी प्रत्याशी डर के मारे इस इलाके में वोट मांगने के लिए नहीं आ रहे हैं. क्योंकि उन्होंने कोई काम भी नहीं किया.

एसडीओ रोड की हालत खराबः हम बात कर रहे हैं वैशाली जिले के हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के एसडीओ रोड की. इसी इलाके में वैशाली डीएम, एसपी, एसडीओ, सिविल सर्जन सहित कई बड़े अधिकारियों का सरकारी आवास है, कई रईसों के बंगले, दर्जनों नर्सिंग होम, बड़े-बड़े स्कूल हैं. दर्जनों अपार्टमेंट वाले इस इलाके के लोगों को नेताओं का इंतजार है.

नहीं बनी सड़कः लोगों ने बताया कि यहां की टूटी सड़क और जल जमाव से लोग परेशान हैं. खस्ताहाल सड़कों की वजह से अधिकारियों ने अपने रास्ते बदल लिए लेकिन सड़क की मरम्मत नहीं करायी जा सकी. आम लोग शिद्दत से वोट मांगने वाले नेताओं को खोज रहे हैं लेकिन शायद नेताओं को इस बात का आभास है कि वह वोट मांगने जाएंगे तो स्थानीय लोगों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ेगा.

विकास के नाम पर करेंगे वोटः स्थानीय लोग विकास के आधार पर वोट देने की बात कर रहे हैं. नेताओं के नहीं आने के सवाल पर स्थानीय लोगों का कहना है कि नेता इस डर से नहीं आ रहे हैं कि उन्हें लोगों के विरोध का सामना करना पड़ेगा. आखिर नेता जनता के सवालों का क्या जवाब देंगे?

"कोई नेता ही नहीं नजर आ रहा है कि हम फलाने छाप से हैं या फलाने पार्टी से हैं. वह डर से नहीं से नहीं आते हैं कि वह क्या कहेंगे. कोई काम ही नहीं किए हैं तो वोट किस आधार से मांगने आएंगे"-मोहम्मद हन्नान, स्थानिए.

5 साल का हिसाब नहीं देंगे नेताः स्थानीय मोहम्मद जमाल ने बताया कि इसबार विकास का मुद्दा रहेगा. जो शहर का विकास करें. हमलोग हमेशा नाले में ही डूबे रहते हैं. यहां कोई कैंडिडेट नहीं आया जो हमलोग को संपर्क कर सके. जमाल ने कहा कि नेता सोंचते हैं कि वोट मांगने जाएंगे तो लोग डांटकर भगा देगा. 5 साल तक हिसाब मांगेगा. इसी डर से नेता नहीं आ रहे हैं.

वोट मांगने नहीं आ रहे नेताः स्थानिए चंद्रभूषण मिश्रा बताते हैं कि इस बार कहना मुश्किल है. लोकल में हर किसी का अलग-अलग मुद्दा है. चुनाव के बाद पता चलेगा क्या होता है? किसे वोट देंगे, इस सवाल पर कहा कि नेता नहीं आ रहे हैं. नेता जानते हैं कि आएंगे तो लोगों का विरोध झेलना पड़ेगा. यहां की जनता समझ चुकी है नेता नहीं आएंगे.

एसडीओ रोड का हाल खराबः स्थानिए मोहम्मद साबिर ने बताया कि एसडीओ रोड का हाल खराब है. आधा घंटा भी बारिश हो जाए तो घर से निकलना मुश्किल हो जाएगा. वोट करने के सवाल पर कहा कि हम लोग विकास के मुद्दा पर वोट करेंगे. मेरे पास अभी तक कोई नेता नहीं आया है. डर रहा है कि लोग विकास मांगेगा तो हम विकास कहां से देंगे.

विकास बने मुद्दाः अशोक कुमार सिंह ने कहा कि पहले मुद्दा बहुत था लेकिन इसबार एक ही मुद्दा है विकास-विकास-विकास. स्थानिए उमेश चंद्र पाठक ने बताया कि चुनाव में शहर की सफाई, रहन-सहन, पानी, विकास की व्यवस्था इन सभी मुद्दों पर वोट किया जाएगा. रोड अच्छा होना चाहिए, नाला होना चाहिए. हर जगह पानी जाम रहता है.

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