गया :बिहार और झारखंड के गया और हजारीबाग जिले के बॉर्डर वाले क्षेत्रों में शराब के खिलाफ बड़ा अभियान चला. गया उत्पाद विभाग और हजारीबाग उत्पाद विभाग की टीम इसमें शामिल थी. यह अभियान गया के बाराचट्टी और हजारीबाग के चौपारण की सीमा पर रहे गांव मंदार और लोहरा समेत अन्य इलाकों में चला.
जंगल में संचालित थी शराब फैक्ट्री :इस दौरान जंगल में संचालित शराब फैक्ट्री मिली. हालांकि तस्कर मौके से फरार होने में सफल हो गए. इस अभियान के दौरान व्यापक पैमाने पर देसी शराब की बरामदगी हुई है. कई ड्रम जावा महुआ को बरामद किया गया. करीब 80 हजार किलोग्राम जावा महुआ को बरामद किया गया है. वहीं सैकड़ों लीटर अर्धनिर्मित शराब को नष्ट किया गया. इस अभियान में गया उत्पाद विभाग के निरीक्षक जनार्दन प्रसाद, हजारीबाग उत्पाद के अशोक कुमार समेत काफी संख्या में बल शामिल थे.
लोकसभा चुनाव को लेकर चला अभियान :यह अभियान लोकसभा चुनाव को लेकर चलाया गया. सूचना मिल रही थी कि इन इलाकों में शराब का बड़े पैमाने पर उत्पाद कर चुनाव को प्रभावित किया जा सकता है. इसे लेकर इस प्रकार अभियान चला. बताया जाता है कि ये इलाके नक्सल प्रभावित हैं. ऐसे में इन इलाकों में शांतिपूर्ण चुनाव चुनौती होती है. झारखंड और बिहार के बॉर्डर वाले इलाके पर रहे जंगलों में नक्सली शरण लिए रहते हैं और चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश में रहते हैं.
''आज बड़ा अभियान चला है. दर्जनों शराब के भट्टियों को नष्ट किया गया है, जो कि बिहार झारखंड के गया और हजारीबाग के बॉर्डर पर जंगल में संचालित किया जा रहे थे. वहीं, अर्धनिर्मित शराब को नष्ट कर दिया गया.''- प्रिया रंजन, सहायक उत्पाद आयुक्त, गया