समस्तीपुर:बिहार के उजियारपुर लोकसभा सीट पर चुनावी दंगल की करीब आती तारीख के साथ ही जिले में सियासी सरगर्मी व जुबानी जंग तेज है. जिले के उजियारपुर लोकसभा सीट पर वैसे तो दो दिगज्ज आमने-सामने हैं. वहीं राजद से बागी हुए पूर्व युवा जिला अध्यक्ष भी इस सीट की जंग में, बाहरी बनाम स्थानीय के मुद्दे के बलबूते अपनी ताल ठोक रहे हैं. लेकिन वह अपने सियासी दांवपेंच में शब्दों की सीमा को भी लांघ रहे हैं. उन्होंने दोनों प्रत्याशियों को कुनहरा घाट भेजने की बात कही है.
दोनों पक्षों के दो दिग्गज आमने-सामने: उजियारपुर लोकसभा के जंग वैसे तो बीजेपी बनाम राजद है. एक तरफ केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय तो दूसरी तरफ, बिहार सरकार के पूर्व मंत्री आलोक कुमार मेहता हैं. वहीं अब इस एनडीए व इंडिया गठबंधन के जंग में निर्दलीय उम्मीदवार व जिला युवा राजद के पूर्व जिला अध्यक्ष अमरेश राय जीत का दावा कर रहे हैं.
अमरेश राय का एसी चुनाव चिन्ह:अपनी चुनावी तैयारी में चुनाव चिन्ह ऐसी के बलबूते उन्हें लगता है कि, इस मौसमी व चुनावी गर्मी में वह सभी को पछाड़ दिल्ली की राह निकाल लेंगे. उन्होंने अपने पूर्व दल के सीनियर नेता व विरोधी खेमे से इस सीट पर उम्मीदवार को बाहरी बता जनता से स्थानीय उम्मीदवार को मौका देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि दोनों बाहरी नेता में से एक को हाजीपुर तो एक को वैशाली भेज देना है.
"तापमान बहुत बढ़ा हुआ है, इसलिए हम एसी चुनाव चिन्ह रखे हैं. हम कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं, इसलिए दोनों बाहरी नेताओं को भगाने के लिए जनता तैयार है. जनता स्थानीय उम्मीदवार को जिताने का काम करेगी. दोनों को हरा कर इस बार एक को वैशाली तो एक को हाजीपुर भेज देना है. जिसके बाद अंत में तो कुनहरा घाट भेजना ही है."-अमरेश राय, निर्दलीय प्रत्याशी