पटना:मुख्यमंत्री नीतीश कुमारआज गांधी मैदान में 18वीं बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडोत्तोलन करेंगे. गांधी मैदान में सुबह 9 बजे समारोह आयोजित होगा. इसके बाद सीएम अपना संबोधन शुरू करेंगे. सभी की नजरें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबोधन पर टिकी हुई है. ऐसा इसलिए, क्योंकि नीतीश कुमार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर बार कोई ना कोई बड़ी घोषणा करते हैं. ऐसे में शिक्षकों से जुड़े दो बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे हैं, जिस पर प्रदेश के लाखों शिक्षकों की नजरें टिकी हुई है.
गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस समारोह: पटना के गांधी मैदान में मुख्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था की गई है. इस दौरान अलग-अलग विभागों की ओर से झांकी भी निकाली जाएगी. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावे दोनों डिप्टी सीएम भी मौजूद रहेंगे.
3.5 लाख नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर:प्रदेश के नियोजित शिक्षक राज्य सरकार से लंबे समय से ट्रांसफर पॉलिसी की मांग कर रहे हैं. प्रदेश में नियोजित शिक्षकों की संख्या लगभग 3.5 लाख के करीब है. नियोजित शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर विभाग ने एक उच्च स्तरीय कमेटी भी बनाई थी. जिसमें महिला और दिव्यांग शिक्षकों के लिए ऐच्छिक पोस्टिंग, पति पत्नी शिक्षक दंपती है तो एक ब्लॉक में पोस्टिंग का प्रावधान की बातें चल रही है. पुरुष शिक्षकों के लिए म्यूचुअल ट्रांसफर की बात हो रही है. नियोजित शिक्षकों की भी यही मांग रही है. ऐसे में यदि मुख्यमंत्री इस संबंध में कोई घोषणा करते हैं तो महिला शिक्षिकाओं को घर के नजदीक पोस्टिंग मिलेगी.
बीपीएससी टीचर्स को गृह जिला मिलेगा: बिहार में हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से शिक्षा विभाग ने लगभग 2 लाख शिक्षकों की नियुक्ति की है लेकिन यह शिक्षक अपने गृह जिले से दूर हैं और उनकी नियुक्ति दूर दराज के जिलों में हुई है. संभव है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीपीएससी शिक्षकों को होम ब्लॉक के स्कूलों में पोस्टिंग का ऐलान कर सकते हैं. होम ब्लॉक में इन शिक्षकों का ऐच्छिक ट्रांसफर होगा और यदि पोस्ट रिक्त नहीं है तो बगल का ब्लॉक और जिला भी दी जा सकती है. शिक्षा विभाग में इसको लेकर कयास भी चल रहे हैं. यदि ऐसा होता है तो लगभग 2 लाख शिक्षकों को घर के पास जॉब मिलने का फायदा होगा. ऐसे में उनके मकान का रेंट बचेगा और बचत अधिक होगी.