गैरसैंण: गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे और आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन भू धंसाव क्षेत्र ज्योतिर्मठ पहुंचे. जहां उन्होंने ज्योतिर्मठ मूल निवासी स्वाभिमान संगठन और ज्योतिर्मठ बचाओ संघर्ष समिति के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने पदाधिकारियों को जल्द ही सभी समस्याओं का निराकरण करने का आश्वासन दिया.
ज्योतिर्मठ में स्थापित होगा आपदा पुनर्वास कार्यालय: गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने कहा कि ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) को सुरक्षित बनाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. ज्योतिर्मठ में आपदा पुनर्वास कार्यालय स्थापित करने की मांग पर उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के भीतर आपदा पुनर्वास कार्यालय स्थापित किया जाएगा. उन्होंने मौके पर ही आपदा पुनर्वास कार्यालय में एक तहसीलदार, एक रजिस्ट्रार कानूनगो और दो अभियंताओं की तैनाती करने के आदेश दिए.
कमिश्नर पांडे ने कहा कि ज्योतिर्मठ सीवरेज, ड्रेनेज, नाली सुधारीकरण और प्रोटेक्शन कार्यों के लिए डीपीआर बनाने का काम करीबन पूरा हो गया है. आईआईटी रुड़की (IIT Roorkee) से परीक्षण करने के बाद डीपीआर इसी महीने केंद्र सरकार को भेजी जाएगी. विष्णु प्रयाग में अलकनंदा और धौलीगंगा के तटों पर टो-प्रोटेक्शन को लेकर भी डीपीआर तैयार की जा रही है. उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों के विस्थापन के लिए बमोथ, गौचर में भूमि चिन्हित की गई थी, लेकिन विस्थापितों ने वहां विस्थापित होने को लेकर असहमति जताई.