दरभंगाः राष्ट्रीय जनता दल की छवि दबंग कार्यकर्ता वाली पार्टी की रही है. यह छवि खुद राजद नेताओं ने तेल पिलावन रैली और आक्रमक भाषण देकर बनायी है. राजद की इसी छवि पर एनडीए के नेता हमलावर रहते हैं. अक्सर चुनाव में राजद पर अराजकता फैलाने का आरोप लगाते रहते हैं. तेजस्वी यादव, अपनी पार्टी की इस छवि को तोड़ना चाहते हैं. इसलिए, 10 सितंबर से शुरू होने वाली आभार यात्रा के दौरान नेताओं और कार्यकर्ताओं हरे गमछे की जगह हरी टोपी और बैच लगाने के लिए कहा गया है.
विजय सिन्हा ने साधा निशानाः तेजस्वी यादव 10 सिंतबर से आभार यात्रा शुरु कर रहे हैं. पहले चरण में आठ दिनों की यात्रा होगी, जो 17 सितंबर तक चलेगी. राजद ने आधिकारिक तौर पर हर गमछा नहीं पहनने के पीछे कोई कारण नहीं बताया है, लेकिन यह फैसला राजद की छवि बदलने के प्रयासों से जोड़कर देखा जा रहा है. राजद के इस निर्णय पर बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कहा कि राजद एक संस्कृति है जो अराजकता, भय और समाज के अंदर उन्माद पैदा करता है.
"इनके गमछा और मुरेठा को देखते ही लोग इनकी पहचान कर लेते हैं. पहले असुरों को सिंह होता था. दांत निकला होता था. अब धीरे धीरे सृष्टि में बदलाव के कारण, सिंह और दांत गायब हो गया. जो अराजकता उत्पन्न करता है वो असुर है. वह असुर कभी मानवता के हित में नहीं सोच सकता."- विजय कुमार सिन्हा, उप मुख्यमंत्री