गया:बिहार के गया में ईंट भट्ठा के मुंशी की गला रेतकर हत्याकर दी गई थी. इस हत्याकांड का नक्सली कनेक्शन सामने आया है. हालांकि, पुलिस ने नक्सली कनेक्शन का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया है, लेकिन चार अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली गई है. इस घटना में प्रयुक्त किए गए धारदार हथियार गड़ासी की बरामदगी कर ली गई है.
रंगदारी नहीं देने पर कर दी गई हत्या:बीते 4 जनवरी को गया जिले के डोभी थाना के पिरासीन गांव में स्थित एक ईंट भट्ठा के मुंशी की गला रेत कर हत्या कर दी गई थी. धारदार हथियार से वारदात को अंजाम दिया गया था. इस घटना के बाद गया एसएसपी आनंद कुमार ने विशेष टीम का गठन किया था.
चार अपराधी गिरफ्तार: विशेष टीम लगातार मामले में छानबीन कर रही थी. इस क्रम में पुलिस को सुराग मिलने शुरू हुए. सुराग के आधार पर चार अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार अपराधियों में राकेश कुमार, रामकुमार, ओम शशि रंजन, सोनू कुमार शामिल हैं. ये छकरबंधा और बांंकेcबाजार थाना क्षेत्र के निवासी बताए जाते हैं.
मुंशी की हत्या के बाद बहनोई से मांग रहे थे 25 लाख: जानकारी के अनुसार ईंट भट्ठा के मुंशी रामवृक्ष यादव भुरकुंडा निवासी की हत्या के बाद उसके बहनोई से अपराधियों के द्वारा रंगदारी की मांग की जा रही थी. 25 लाख रुपए नहीं देने पर रामवृक्ष यादव जैसा ही घटना कर देने की धमकी दे रहे थे. इस तरह की धमकी के बीच पुलिस ने साक्ष्य जुटाने शुरू किए थे.
गड़ासी और सिम बरामद:पुलिस के अनुसार रमेश यादव की हत्या गला रेतकर तब कर दी गई थी, जब ये अपराधी रंगदारी मांगने ईंट भट्ठा पर गए थे. वहां विवाद हुआ था और फिर गड़ासी से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने बहनोई से रंगदारी मांगने वाले नंबर को ट्रेस करना शुरू किया और चार अपराधियों की गिरफ्तारी कर ली. इन्हीं अपराधियों के द्वारा रामवृक्ष यादव की हत्या की गई थी. पुलिस ने प्रयुक्त हुए सिम को बरामद कर लिया है, जिससे की रंगदारी की मांग की जा रही थी.