अररिया: बिहार के अररिया जिले के कुर्साकांटा प्रखंड के रहटमिना मिडिल स्कूल से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. इस स्कूल के एक शिक्षक को 31 दिसम्बर 2024 को रिटायर होना था, लेकिन उनको विदाई न देकर फिर से उसी स्कूल में 1 जनवरी 2025 को विशिष्ट शिक्षक के रूप में ज्वाइनिंग करवा दी गई.
31 दिसंबर 2024 को रिटायर हुए शिक्षक: शिक्षा विभाग के इस अनोखे और हैरत भरे कारनामे को देख और सुन कर हर कोई हैरान है. इसकी सूचना पर शिक्षा विभाग के डीपीओ ने स्कूल के प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा है. मामला उजागर होने पर स्थापना डीपीओ रविरंजन ने मोहम्मद जलालुद्दीन के योगदान को अस्वीकृत कर दिया है.
1 जनवरी 2025 को करा दी गई ज्वाइनिंग: डीपीओ रविरंजन ने प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा है. स्थापना डीपीओ ने पत्र के माध्यम से पूछा है कि रिटायर शिक्षक किस परिस्थिति में योगदान देने में सफल रहे और संतोषजनक जवाब न देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की बात भी कही है.
डीपीओ ने प्रधानाध्यापक से मांगा जवाब: यह कैसे संभव हुआ और किसकी मिली भगत से यह कार्रवाई हुई, इस मामले की जांच शिक्षा विभाग खुद कर रहा है. सूत्रों की मानें तो विद्यालय के एक शिक्षक जो लंबे समय तक जिला कार्यालय में प्रतिनियुक्ति रहे हैं, उनकी मिलीभगत से ऐसा होने की संभावना बताई जा रही है.
नियोजन इकाई से भी सवाल: इस संदर्भ में स्थापना डीपीओ रवि रंजन ने फोन पर बताया कि देखिये मामला नियोजन इकाई को देखना चाहिए था. उन्होंने कहा कि उस शिक्षक की जन्म तिथि के अनुसार उनकी सेवानिवृत्ति 31 दिसंबर को ही हो जानी चाहिये थी.
"शिक्षक को रिटायर नहीं किया गया. इसको लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा गया है और नियोजन इकाई से भी पूछताछ की जा रही. नियोजन इकाई से भी पूछा जा रहा है कि आखिर इस पर ध्यान क्यों नहीं दिया गया."- रवि रंजन,स्थापना डीपीओ
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