कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान पटना: नीतीश सरकार ने बिहार विधानसभा में आज विश्वासमत प्राप्त कर लिया है. जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने विश्वास मत पर बोल रहे थे, तो उस समय महागठबंधन के घटक दल सदन का बहिष्कार कर दिया था, जिसमें कांग्रेस के नेता भी शामिल थे. इस पर जब कांग्रेस नेताओं से पूछा गया कि महागठबंधन की तरफ से खेल होने का दावा किया जा रहा था लेकिन उल्टा ही खेल हो गया?
'बीजेपी का इतिहास फरेब' : इस सवाल पर कांग्रेस विधान मंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि''फरेब के आधार पर भारतीय जनता पार्टी का इतिहास रहा है. झूठ मक्कारी के आधार पर बीजेपी काम करती है. जनता दल उनके साथ मिलते रहता है. फरेब की दुकान हम क्यों चलाने देते हैं. इसलिए विपक्ष का जो रास्ता होता है हमने उसे अख्तियार किया.''
नीतीश पर कांग्रेस का वार: विपक्ष की क्या कहीं कोई चूक हुई है? इस सवाल के जवाब में शकील अहमद ने कहा कि ''कहीं कोई चूक नहीं हुई है. हम लोगों को उनके अनैतिकता को उजागर करना था.''मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि कांग्रेस को और अधिक मंत्री पद देना चाहते थे. इस पर शकील अहमद ने कहा कि होते कौन हैं और यदि करना था कर देते. नीतीश जी बुजुर्ग हैं, दया के पात्र हैं इसलिए उन पर हम कुछ नहीं बोलेंगे.
मंत्रियों के कमाने के आरोप पर कांग्रेस तमतमाई: मंत्रियों के कमाने के मामले में जांच करने की घोषणा नीतीश कुमार ने की है इस पर शकील अहमद ने कहा कि आप मोदी जी के रास्ते पर चल पड़े हैं. जांच करवा ले क्या दिक्कत है. बिहार में लोकसभा चुनाव में नीतीश मोदी का कैसे मुकाबला करेंगे? इसपर शकील अहमद ने कहा कि जनता देख रही है. कांग्रेस ने अपने विधायकों को टूट से बचने के लिए सभी को हैदराबाद में शिफ्ट कर दिया था. 11 फरवरी को ही कांग्रेस के विधायक पटना पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस में टूट तो हुई नहीं आरजेडी में ही टूट हो गई.
आरजेडी में नीतीश ने लगाई सेंध: राजद के तीन विधायक चेतन आनंद नीलम देवी और प्रहलाद यादव नीतीश कुमार के समर्थन में अपना वोट दिया है लेकिन महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है. क्योंकि महागठबंधन की तरफ से खेला होने की बात कही जा रही थी. बता दें कि नीतीश कुमार ने 129 वोट पाकर बाजी पलट दी. यही नहीं खेल को भी अपने पक्ष में कर लिया.
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