हाफलोंग: असम के दीमा हसाओ जिले में उमरंगसो क्षेत्र के 3 किलो में रैट-होल कोयला खदान से शनिवार सुबह बचाव दल ने तीन शव बरामद किया. कहा जा रहा है कि अभी भी इसमें कुछ मजदूर फंसे हैं. इस तरह अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं. यह खदान अवैध बताया जाता है. इससे पहले शुक्रवार को असम पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार किया.
मृतक चार खनिक उन नौ खनिकों में शामिल थे, जो सोमवार को उमरंगसो स्थित खदान में अचानक पानी भर जाने के कारण फंस गए थे. अधिकारी ने बताया, "बचाव अभियान आज फिर से शुरू किया गया और फंसे हुए खनिकों की तलाश के छठे दिन तीन शव बरामद किए गए. नेपाल के रहने वाले एक खनिक का शव आठ जनवरी को बरामद किया गया था."
#WATCH | Dima Hasao, Assam | Joint rescue operation of the Indian Army, Assam Rifles, NDRF, SDRF teams and other agencies continues to rescue 8 people who have been trapped in a coal mine at 3 Kilo, Umrangso area since January 6 pic.twitter.com/6lNKh12IMO
— ANI (@ANI) January 10, 2025
एनडीआरएफ, सेना और असम राइफल्स की टीमों द्वारा आज दूसरा शव निकाला गया. खदान मजदूर का शव सुबह 7:36 बजे बरामद किया गया. मृतक की पहचान दीमा हसाओ जिले के कलामती गांव निवासी लेफ्टिनेंट लिजेन मगर (27) के रूप में हुई.
एनडीआरएफ की पहली बटालियन के इंस्पेक्टर रौशन कुमार सिंह ने एएनआई को बताया कि आज सुबह खदान के अंदर पानी के स्तर की जांच करते समय उन्हें पानी में तैरता हुआ एक शव मिला. उन्होंने कहा कि बचाव दल ने सुबह करीब साढ़े सात बजे शव को बाहर निकाला.
एनडीआरएफ के टीम कमांडर इंस्पेक्टर सिंह ने कहा, 'हम हर सुबह जलस्तर की जांच करते हैं. जब हम ऐसा कर रहे थे तो हमने एक शव को तैरते हुए देखा. जलस्तर छह मीटर कम हो गया है. पांच पंप रात भर काम कर रहे थे. ऑपरेशन 24 घंटे जारी है. खदान का जलस्तर अब घट रहा है. पूरी रात पानी निकालने की प्रक्रिया जारी रही. इस दौरान 5 पंपों का इस्तेमाल किया गया.
#WATCH | Dima Hasao, Assam | On the rescue operation after the incident at a coal mine in the remote “3 Kilo” area of the Dima Hasao region, close to the Assam-Meghalaya border, K Mere, General Manager, Northeastern Coal Field, says, " we have brought one high pump of 500 gpm from… pic.twitter.com/6mM7xsXc7E
— ANI (@ANI) January 10, 2025
बता दें कि 8 जनवरी को बचाव दल ने खदान से पहला शव बरामद किया, जिसकी पहचान गंगा बहादुर श्रेठ के रूप में हुई. कोल इंडिया की 12 सदस्यीय विशेष बचाव टीम शुक्रवार को असम के दीमा हसाओ में खदान ढहने के स्थल पर पहुंची, ताकि पानी से भरे रैट-होल खदान में अभी भी फंसे मजदूरों का पता लगाया जा सके और उन्हें बचाया जा सके.
इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने घटना के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज करने और एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की घोषणा की. एक्स पर एक पोस्ट में सरमा ने बताया, 'पुलिस ने मामला दर्ज कर पुनीश नुनिसा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. यह एक अवैध खदान प्रतीत होता है. मुख्यमंत्री ने राहत बचाव के संबंध में केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी के साथ चर्चा की.