लखनऊ:यूपी विधान परिषद के सभी प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं. इनमें बीजेपी के 7 और समाजवादी पार्टी के 3 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इसके साथ एनडीए के सहयगो दलों से 3 सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं. नवनिर्वाचित सभी सदस्यों के आज प्रमाण पत्र मिलेगा. जबकि यूपी विधान परिषद में कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी का कोई सदस्य नहीं पहुंचा है. विधान परिषद में कांग्रेस और बसपा के सदस्यों की संख्या शून्य है.
सुभासपा से बिच्छेलाल राजभर, अपना दल (एस) से आशीष पटेल, RLD की तरफ से योगेश चौधरी, बीजेपी से विजय बहादुर पाठक, महेंद्र सिंह, अशोक कटारिया, मोहित बेनीवाल,धर्मेंद्र सिंह, संतोष सिंह और राम तीरथ सिंघल निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. इसी तरह समामजवादी पार्टी से गुड्डू जमाली, बलराम यादव, किरण पाल कश्यप निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं. बता दें कि विधान परिषद की 13 सीटों के लिए 11 मार्च को नामांकन हुआ था. किसी भी पार्टी ने अतिरिक्त प्रत्याशी नहीं उतारा था. जिसके चलते सभी 13 सीटों पर विभिन्न दलों के प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए गए हैं. अब इन सभी जीते हुए प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा.
अशोक कटारिया :अशोक कटारिया बीजेपी के पुराने नेता हैं और मंत्री भी रह चुके हैं. संगठन और सरकार दोनों में उनका कार्यकाल अच्छा रहा है. पिछड़े वर्ग के बड़े नेता माने जाते हैं.
संतोष सिंह :लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष संतोष सिंह वर्तमान में प्रदेश संगठन में उपाध्यक्ष भी हैं. पद के लिए दावेदारी कर रहे थे. लखनऊ पूर्वी क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लेकर भी संतोष सिंह दावेदार थे, मगर पार्टी ने उनको एमएलसी पद का उम्मीदवार बना दिया.
डॉ महेन्द्र सिंह :पूर्व मंत्री डॉ महेंद्र सिंह दूसरी बार एमएलसी बने हैं. भारतीय जनता पार्टी के पार्षद से अपनी राजनीतिक यात्रा को शुरू करने वाले डॉ महेंद्र सिंह योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार में जल शक्ति मंत्री थे. दूसरी सरकार में उनका मंत्रालय नहीं मिला. इस समय वे मध्य प्रदेश के लोकसभा चुनाव प्रभारी हैं.
विजय बहादुर पाठक :विजय बहादुर पाठक भारतीय जनता पार्टी संगठन के उपाध्यक्ष हैं. भारतीय जनता महिला मोर्चा के प्रभारी हैं. उनको भाजपा ने दूसरी बार एमएलसी बनाया है.