चित्तौड़गढ़. किंग्स वॉटर पार्क में बुलडोजर से तोड़फोड़ के मामले में पूर्व प्रधान के खिलाफ की गई कार्रवाई गंगरार थाना अधिकारी पर भारी पड़ गई है. पुलिस अधीक्षक ने एक आदेश जारी कर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है.
पूर्व प्रधान देवीलाल जाट की गिरफ्तारी के बाद जाट समाज लामबद्ध हो गया और भाजपा जिला अध्यक्ष मिट्ठू लाल जाट तथा कपासन के पूर्व विधायक बद्री लाल सिंहपुर के नेतृत्व में समाज के लोगों ने कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई. समाज के लोगों का कहना था कि पूर्व प्रधान के खिलाफ दवाब में आकर भारी भरकम धाराएं लगा दी गई. इसके दूसरे ही दिन मंगलवार को पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने थाना प्रभारी पुलिस निरीक्षक मोतीलाल सारण को लाइन हाजिर किया.
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इधर, जानकारों का कहना है कि थानाधिकारी द्वारा इस मामले में वाटर पार्क के स्टाफ के खिलाफ भी रिपोर्ट ली गई और दोनों ही पक्षों के 10 लोगों की गिरफ्तारी की गई. बावजूद पुलिस प्रशासन दबाव में आ गया. मामले में पुलिस अधीक्षक का कहना था कि दवाब जैसी कोई बात नहीं है और यह पूरी तरह से प्रशासनिक कार्रवाई है.
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आपको बता दें कि 6 जून को जाट और पूर्व सरपंच साडास संजय वैष्णव वाटर पार्क में एंट्री फीस को लेकर सादी और सोनियाणा के दर्जनों लोगों के साथ घुस गए और जमकर उत्पात मचाया. इसके साथ ही बुलडोजर से पार्क के स्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचाया. ये लोग क्षेत्र के लोगों के लिए पार्क में बिना एंट्री फीस के प्रवेश चाहते थे. मामले में वाटर पार्क प्रबंधन की रिपोर्ट के बाद दूसरे पक्ष की ओर से भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी.