अलवर : जिले के थानागाजी तहसील के गुवाड़ा जनावत गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ने शीतकालीन अवकाश का लाभ उठाते हुए स्कूल के जर्जर हिस्से का स्कूल स्टाफ की मदद से जीर्णोद्धार का कार्य किया. उनका कहना है कि इस कार्य में गांव के भामाशाह का भी सहयोग रहा.
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय गुवाड़ा जनावत के प्रिंसिपल रामनाथ मीणा ने बताया कि बारिश के मौसम में विद्यालय की कक्षा में छत से पानी टपकता था, जिसके चलते कक्षा में पढ़ाने वाले अध्यापकों व पढ़ने वाले छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता था. टीचर तो अपनी क्लास खत्म कर इधर-उधर बैठ जाते थे, लेकिन कक्षा में पढ़ने वाले छात्रों को मजबूरी में वहां बैठकर पढ़ना पड़ता था. छात्रों की इस समस्या को देखते हुए उन्होंने जुलाई 2024 में सोच लिया था कि वह 2025 में स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करेंगे. शीतकालीन सत्र के अवकाश में छात्रों की इस समस्या को सुलझाने की कोशिश करेंगे. इसके लिए उन्होंने स्थानीय लोगों, स्कूल स्टाफ व भामाशाह के साथ मीटिंग कर इस बारे में अवगत कराया. सभी ने उनके इस कार्य को सराहा और मदद करने का आश्वासन दिया.
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प्रिंसिपल रामनाथ मीणा ने कहा कि शीतकालीन अवकाश शुरू होने के साथ ही स्थानीय ग्रामीण, भामाशाह व स्कूल स्टाफ की मदद से स्कूल के जर्जर हिस्से के जीर्णोद्धार का काम शुरू किया. उनका निवास स्कूल से मात्र 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित है, वे रोजाना यहां आकर खुद ही कार्य करते हैं. स्कूल के कमरों और छत के साथ टॉयलेट को भी दुरुस्त किया. उनके स्कूल में पोषाहार तैयार करने वाली महिला पताशी देवी ने भी इसमें हाथ बंटाया. जब स्कूल प्रिंसिपल मिस्त्री का कार्य कर रहे थे, तब स्कूल में पोषाहार तैयार करने वाली महिला भी बेलदारी का कार्य कर अपनी स्कूल के प्रति जिम्मेदारी निभा रही थीं. जानकारी के अनुसार रामनाथ मीणा 2012 से स्कूल में कार्यरत हैं. वहीं, 6 से ज्यादा स्टाफ स्कूल में कार्यरत हैं.