वाशिंगटन:अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की गिरफ्तारी के बाद बांग्लादेश में हाल ही में हुई अशांति पर गंभीर चिंता व्यक्त की है. एक आधिकारिक बयान में, उन्होंने बांग्लादेशी सरकार से मानवाधिकारों को बनाए रखने, कानूनी सुरक्षा की गारंटी देने और हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समूहों को निशाना बनाकर की जा रही हिंसा की लहर को समाप्त करने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा "बांग्लादेश भर में हिंदुओं और अन्य लोगों के खिलाफ चल रही हिंसा अस्वीकार्य है और इसे तुरंत समाप्त किया जाना चाहिए. मैं बांग्लादेश सरकार से शांतिपूर्वक तनाव कम करने के लिए निर्णायक कदम उठाने का दृढ़ता से आग्रह करता हूं,".
इलिनोइस कांग्रेसी ने बांग्लादेश द्वारा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शनों की सुरक्षा करने और गिरफ्तार व्यक्तियों को उचित कानूनी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, "बांग्लादेश सरकार को शांतिपूर्ण विरोध और उचित कानूनी प्रतिनिधित्व के अधिकारों सहित मानवाधिकारों और मौलिक स्वतंत्रताओं को बनाए रखना चाहिए और उनकी रक्षा करनी चाहिए." उन्होंने कहा कि मौजूदा तनाव को कम करने के लिए ऐसे उपाय महत्वपूर्ण हैं.
यह अशांति चिन्मॉय कृष्ण दास के खिलाफ दर्ज किए गए राजद्रोह के आरोपों से उपजी है, जिन पर 25 अक्टूबर को चटगांव में बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने का आरोप है. 25 नवंबर को उनकी गिरफ्तारी ने विरोध प्रदर्शनों को जन्म दिया, जिसकी परिणति 27 नवंबर को चटगांव कोर्ट बिल्डिंग के बाहर उनके अनुयायियों और कानून प्रवर्तन के बीच हिंसक झड़पों में हुई, जिसके परिणामस्वरूप एक वकील की मौत हो गई.