वाशिंगटन:अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यदि हमास द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को शपथ ग्रहण तक रिहा नहीं किया गया तो मिडिल ईस्ट में तबाही मच जाएगी. उन्होंने यह धमकी चार बार दोहराई.
ट्रंप ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यदि उनके पदभार ग्रहण करने तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया तो वे क्या कार्रवाई करेंगे. अधिकारियों का कहना है कि 7 अक्टूबर, 2023 को पकड़े गए कुछ अमेरिकियों सहित लगभग 100 बंधक अभी भी गाजा में बंदी हैं. हालांकि उनका मानना है कि उनमें से कई की कैद में ही मौत हो गई होगी.
फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, 'सब कुछ बर्बाद हो जाएगा. अगर वे बंधक वे मेरे शपथ ग्रहण करने तक रिहा नहीं किए गए तो मिडिल ईस्ट का तहस नहस हो जाएगा. बता दें कि ट्रंप 20 जनवरी को राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेंगे. ट्रंप बंधकों से जुड़े सवालों का जवाब दे रहे थे.
मध्य पूर्व में उनके विशेष दूत स्टीवन चार्ल्स विटकॉफ ने इस मसले पर प्रकाश डाला. वह अभी-अभी इस क्षेत्र से लौटे हैं. उन्होंने कहा कि बातचीत प्रगति पर है. कतर में हमास और इजरायल के बीच बातचीत चल रही है. इस बीच 34 बंधकों के नाम सामने आए जो हमास की कैद में हैं. इनमें दो दोहरे अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. उन्हें वह युद्ध विराम समझौते के तहत रिहा करने को तैयार है. एक सवाल के जवाब में ट्रंप ने हमास को 20 जनवरी तक सभी बंधकों को रिहा करने की चेतावनी दी.
ट्रंप ने कहा, 'मेरे पास इजराइल और अन्य लोगों के फोन आ रहे हैं. वे मुझसे विनती कर रहे हैं कि मैं उन्हें छुड़ा लूं. मेरे पास माताएं और पिता रोते हुए आए हैं. ट्रंप ने कहा, 'अगर मेरे पदभार ग्रहण करने से पहले सौदा नहीं हुआ तो मध्य पूर्व में सब कुछ तहस-नहस हो जाएगा.
बाइडेन प्रशासन ने एक साल से भी अधिक समय से गाजा में युद्ध विराम कराने में मदद करने का असफल प्रयास किया है. पहला युद्ध विराम - 7 अक्टूबर के हमले के कुछ सप्ताह बाद - दर्जनों बंधकों को रिहा किया गया, लेकिन लड़ाई को रोकने और अतिरिक्त बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के बाद के प्रयास बेकार साबित हुए.