ETV Bharat / international

'हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए', यूरोपीय नेताओं ने ग्रीनलैंड को लेकर दिए बयान पर ट्रंप को चेतावनी दी - DONALD TRUMP

जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बुधवार को कहा कि सीमाओं की अखंडता का सिद्धांत हर देश पर लागू होता है

Donald Trump and Olaf Scholz
डोनाल्ड ट्रंप और ओलाफ स्कोल्ज (फाइल फोटो AP)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : 10 hours ago

बर्लिन: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने की योजना सार्वजनिक कर दी है. इसके लिए ट्रंप ने सैन्य कार्रवाई करने की धमकी भी दी है. इसको लेकर अब यूरोपीय संघ के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. यूरोपीय अधिकारियों ने डोनाल्ड ट्रंप को संप्रभु सीमाओं को खतरे में डालने को लेकर चेतावनी दी ह.

इस संबंध में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बुधवार को कहा कि सीमाओं की अखंडता का सिद्धांत हर देश पर लागू होता है, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले ट्रंप के बयानों ने यूरोपीय संघ के अन्य नेताओं के बीच उल्लेखनीय असमंजस पैदा कर दिया, जिनसे उन्होंने बात की थी.

'हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए'
स्कोल्ज ने बाद में एक्स पर लिखा, "सीमाओं को बलपूर्वक नहीं बदला जाना चाहिए. यह सिद्धांत हर देश पर लागू होता है, चाहे वह पूर्व में हो या पश्चिम में. हमारे यूरोपीय भागीदारों में अमेरिका के हालिया बयानों को लेकर बेचैनी है. यह स्पष्ट है: हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए."

वहीं, फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने भी बुधवार को इस प्रतिक्रिया दी और कहा कि ग्रीनलैंड यूरोपीय क्षेत्र है और यूरोपीय संघ द्वारा दुनिया के अन्य देशों को, चाहे वे कोई भी हों... अपनी संप्रभु सीमाओं पर हमला करने की अनुमति देने का कोई सवाल ही नहीं उठता.

इस बीच, यूरोपीय संघ के एक प्रवक्ता ने पत्रकारों से पुष्टि की कि ग्रीनलैंड एक म्युचुअल डिफेंस कलोज द्वारा कवर किया गया है. इसके तहत किसी भी हमले में इसके सदस्यों एक-दूसरे की सहायता करने के लिए बाध्य हैं.यूरोपीय संघ आयोग की प्रवक्ता पाउला पिन्हो ने कहा, "हालांकि, हम बहुत ही सैद्धांतिक बात कर रहे हैं, जिस पर हम विस्तार से बात नहीं करना चाहेंगे."

'हमें ग्रीनलैंड चाहिए'
बता दें कि यूरोपीय यूनियन में यह बेचैनी उस समय पैदा हुई जब मंगलवार को ट्रंप ने फिर से अपनी इच्छा जाहिर की कि अमेरिका ग्रीनलैंड के साथ-साथ पनामा नहर पर भी कंट्रोल करे, जो लैटिन अमेरिका का एक मुख्य जलमार्ग है. इसका नियंत्रण अमेरिका ने 1999 में पनामा को सौंप दिया था.

जब एक रिपोर्टर ने ट्रंप से पूछा कि क्या वह उस नियंत्रण को हासिल करने के लिए सैन्य बल या आर्थिक दबाव का इस्तेमाल नहीं करेंगे, तो ट्रंप ने जवाब दिया, "मैं ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हूं." बाद में ट्रंप ने कहा, "हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत है."

ट्रंप के बयान साम्राज्यवाद की तरह
फ्रांसीसी सरकार की प्रवक्ता सोफी प्राइमास ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए चेतावनी दी कि ट्रंप के बयानों में साम्राज्यवाद का एक रूप है. उन्होंने कहा, "आज हम गुटों में वृद्धि देख रहे हैं, हम इसे साम्राज्यवाद के एक रूप के रूप में देख सकते हैं, जो ट्रंप द्वारा पूरे क्षेत्र पर कब्जा करने के बारे में दिए गए बयानों में खुद को साकार करता है."

उन्होंने कहा, "हमें और हमारे यूरोपीय भागीदारों को पहले से कहीं ज़्यादा सचेत रहने की जरूरत है, भोलेपन के एक रूप से दूर होने की, खुद को बचाने की, फिर से हथियारबंद होने की." ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट बोरुप एगेडे ने अपने हिस्से के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव की सबसे हालिया टिप्पणियों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

‘मैक्सिकन अमेरिका’
ट्रंप द्वारा प्रस्तुत व्यापक विस्तारवादी दृष्टिकोण से केवल यूरोपीय ही नहीं चिढ़े हुए हैं, बल्कि बुधवार को कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने भी निर्वाचित राष्ट्रपति के यह कहने की निंदा की कि वह कनाडा को 51वां अमेरितीराज्य बनाने का प्रयास करेंगे. बुधवार को ट्रंप ने कहा कि वह ऐसा करने के लिए आर्थिक दबाव का उपयोग करने के लिए तैयार हैं. लेब्लांक ने कहा, "मुझे लगता है कि यह उनके लिए भ्रम फैलाने, लोगों को उत्तेजित करने, अराजकता पैदा करने का एक तरीका है, यह जानते हुए भी कि ऐसा कभी नहीं होगा."

इस बीच मेक्सिको ने मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करने की ट्रंप की इच्छा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की. राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने सुझाव दिया कि पूरे उत्तरी अमेरिका, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल है - का नाम बदलकर मैक्सिकन अमेरिका कर दिया जाना चाहिए, जो इस क्षेत्र के शुरुआती मानचित्र में इस्तेमाल किए गए ऐतिहासिक नाम का संदर्भ देता है.

यह भी पढ़ें- कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग होती जा रही भीषण, 5 की मौत, हजार से अधिक घर नष्ट

बर्लिन: अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने की योजना सार्वजनिक कर दी है. इसके लिए ट्रंप ने सैन्य कार्रवाई करने की धमकी भी दी है. इसको लेकर अब यूरोपीय संघ के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. यूरोपीय अधिकारियों ने डोनाल्ड ट्रंप को संप्रभु सीमाओं को खतरे में डालने को लेकर चेतावनी दी ह.

इस संबंध में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने बुधवार को कहा कि सीमाओं की अखंडता का सिद्धांत हर देश पर लागू होता है, चाहे वह कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले ट्रंप के बयानों ने यूरोपीय संघ के अन्य नेताओं के बीच उल्लेखनीय असमंजस पैदा कर दिया, जिनसे उन्होंने बात की थी.

'हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए'
स्कोल्ज ने बाद में एक्स पर लिखा, "सीमाओं को बलपूर्वक नहीं बदला जाना चाहिए. यह सिद्धांत हर देश पर लागू होता है, चाहे वह पूर्व में हो या पश्चिम में. हमारे यूरोपीय भागीदारों में अमेरिका के हालिया बयानों को लेकर बेचैनी है. यह स्पष्ट है: हमें एक साथ खड़ा होना चाहिए."

वहीं, फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने भी बुधवार को इस प्रतिक्रिया दी और कहा कि ग्रीनलैंड यूरोपीय क्षेत्र है और यूरोपीय संघ द्वारा दुनिया के अन्य देशों को, चाहे वे कोई भी हों... अपनी संप्रभु सीमाओं पर हमला करने की अनुमति देने का कोई सवाल ही नहीं उठता.

इस बीच, यूरोपीय संघ के एक प्रवक्ता ने पत्रकारों से पुष्टि की कि ग्रीनलैंड एक म्युचुअल डिफेंस कलोज द्वारा कवर किया गया है. इसके तहत किसी भी हमले में इसके सदस्यों एक-दूसरे की सहायता करने के लिए बाध्य हैं.यूरोपीय संघ आयोग की प्रवक्ता पाउला पिन्हो ने कहा, "हालांकि, हम बहुत ही सैद्धांतिक बात कर रहे हैं, जिस पर हम विस्तार से बात नहीं करना चाहेंगे."

'हमें ग्रीनलैंड चाहिए'
बता दें कि यूरोपीय यूनियन में यह बेचैनी उस समय पैदा हुई जब मंगलवार को ट्रंप ने फिर से अपनी इच्छा जाहिर की कि अमेरिका ग्रीनलैंड के साथ-साथ पनामा नहर पर भी कंट्रोल करे, जो लैटिन अमेरिका का एक मुख्य जलमार्ग है. इसका नियंत्रण अमेरिका ने 1999 में पनामा को सौंप दिया था.

जब एक रिपोर्टर ने ट्रंप से पूछा कि क्या वह उस नियंत्रण को हासिल करने के लिए सैन्य बल या आर्थिक दबाव का इस्तेमाल नहीं करेंगे, तो ट्रंप ने जवाब दिया, "मैं ऐसा करने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हूं." बाद में ट्रंप ने कहा, "हमें राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ग्रीनलैंड की जरूरत है."

ट्रंप के बयान साम्राज्यवाद की तरह
फ्रांसीसी सरकार की प्रवक्ता सोफी प्राइमास ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए चेतावनी दी कि ट्रंप के बयानों में साम्राज्यवाद का एक रूप है. उन्होंने कहा, "आज हम गुटों में वृद्धि देख रहे हैं, हम इसे साम्राज्यवाद के एक रूप के रूप में देख सकते हैं, जो ट्रंप द्वारा पूरे क्षेत्र पर कब्जा करने के बारे में दिए गए बयानों में खुद को साकार करता है."

उन्होंने कहा, "हमें और हमारे यूरोपीय भागीदारों को पहले से कहीं ज़्यादा सचेत रहने की जरूरत है, भोलेपन के एक रूप से दूर होने की, खुद को बचाने की, फिर से हथियारबंद होने की." ग्रीनलैंड के प्रधानमंत्री म्यूट बोरुप एगेडे ने अपने हिस्से के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति-चुनाव की सबसे हालिया टिप्पणियों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

‘मैक्सिकन अमेरिका’
ट्रंप द्वारा प्रस्तुत व्यापक विस्तारवादी दृष्टिकोण से केवल यूरोपीय ही नहीं चिढ़े हुए हैं, बल्कि बुधवार को कनाडा के वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने भी निर्वाचित राष्ट्रपति के यह कहने की निंदा की कि वह कनाडा को 51वां अमेरितीराज्य बनाने का प्रयास करेंगे. बुधवार को ट्रंप ने कहा कि वह ऐसा करने के लिए आर्थिक दबाव का उपयोग करने के लिए तैयार हैं. लेब्लांक ने कहा, "मुझे लगता है कि यह उनके लिए भ्रम फैलाने, लोगों को उत्तेजित करने, अराजकता पैदा करने का एक तरीका है, यह जानते हुए भी कि ऐसा कभी नहीं होगा."

इस बीच मेक्सिको ने मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करने की ट्रंप की इच्छा पर प्रतिक्रिया व्यक्त की. राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने सुझाव दिया कि पूरे उत्तरी अमेरिका, जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका भी शामिल है - का नाम बदलकर मैक्सिकन अमेरिका कर दिया जाना चाहिए, जो इस क्षेत्र के शुरुआती मानचित्र में इस्तेमाल किए गए ऐतिहासिक नाम का संदर्भ देता है.

यह भी पढ़ें- कैलिफोर्निया के जंगलों में लगी आग होती जा रही भीषण, 5 की मौत, हजार से अधिक घर नष्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.