चेन्नई: नुंगमबक्कम के वैकुंडपुरम इलाके में एक घर में संदिग्ध एलपीजी गैस रिसाव के कारण आग लगने के एक सप्ताह बाद मंगलवार को इलाज के दौरान एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई.
मृतकों की पहचान नुंगमबक्कम के वैकुंडपुरम निवासी 62 वर्षीय वीरकुमार, उनकी पत्नी 57 वर्षीय लक्ष्मी और उनके दामाद गुनासेकरन के रूप में हुई है. वीरकुमार दिहाड़ी मजदूर थे और उनकी पत्नी लक्ष्मी आमतौर पर घर के कामों में जाती थीं. बताया जाता है कि पिछले मंगलवार शाम को उनके घर का गैस सिलेंडर खत्म हो गया और लक्ष्मी नया सिलेंडर बदलने के काम में जुट गईं.
नया सिलेंडर बदलते समय अचानक गैस लीक हो गई और पूरे घर में फैल गई. उस समय पूजा कक्ष में एक दीपक जल रहा था उसी से अचानक आग लग गई. हादसे में लक्ष्मी और उनके पति वीरकुमार गंभीर रूप से घायल हो गए. आग लगने पर उनके दामाद गुनासेकरन, जो दूसरे कमरे में थे दौड़े और सास तथा ससुर को बचाने की कोशिश की. लेकिन इस दौराव वह भी आग की चपेट में आ जाने से झुलस गए.
वहीं पड़ोसियों की सूचना पर दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाई. पुलिस ने घटना की जांच करने के साथ ही गंभीर रूप से घायल तीनों लोगों को बाहर निकालकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया. वहां पर उनका गहन उपचार किया जा रहा था. इलाज के दौरान तीनों लोगों की मौत हो गई. मृतक गुनासेकरन नुंगमबक्कम में एक निजी कंपनी में कलेक्शन एजेंट के तौर पर काम करता था. उसकी पत्नी आनंदी भी नुंगमबक्कम में ही एक निजी कंपनी में काम करती है.
गुनासेकरन अपनी पत्नी आनंदी को हर रोज दोपहिया वाहन पर कंपनी के काम पर छोड़कर अपने काम पर चला जाता था. वहीं हर रोज काम खत्म करने के बाद वह अपने ससुर के घर आकर उसका इंतजार करता था और जब पत्नी के आने के बाद उसको लेकर अपने घर चला जाता था. पिछले मंगलवार भी गुनासेकरन अपने ससुर के घर आया था और अपनी पत्नी को ले जाने का इंतज़ार कर रहा था. उसी समय आग लगने की घटना हो गई.
ये भी पढ़ें- एक ही परिवार के पांच लोग झील में डूबे, गुजरात के वडावली गांव का मामला