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म्यांमार की सेना ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र पर बरसाए बम, 40 लोग मारे गए - MYANMAR ARMY AIRSTRIKE

म्यांमार की सेना ने रखाइन प्रांत में विद्रोही समूह के नियंत्रण वाले एक गांव पर युद्धक विमान से बमबारी की.

Several killed in Myanmar army airstrike at village in Ramree island in Rakhine state
म्यांमार की सेना ने विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्र पर बरसाए बम, 40 लोग मारे गए (AFP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : 10 hours ago

बैंकॉक: म्यांमार की सेना ने सशस्त्र जातीय अल्पसंख्यक समूह के नियंत्रण वाले एक गांव पर हवाई हमले किए, जिसमें लगभग 40 लोग मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए. सशस्त्र समूह के अधिकारियों गुरुवार को बताया कि सेना की बमबारी से आग लग गई, जिसमें सैकड़ों घर जल गए.

उन्होंने कहा कि यह हमला बुधवार को रामरी द्वीप पर क्यौक नी माव (Kyauk Ni Maw) गांव में हुआ, जो पश्चिमी रखाइन प्रांत में आता है और यहां जातीय अराकान सेना का नियंत्रण है. हालांकि, सेना ने क्षेत्र में किसी भी हमले की जानकारी नहीं दी है.

म्यांमार की सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर देश पर नियंत्रण कर लिया. तब से देश में गृह युद्ध की स्थिति बनी हुई है. सेना द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को दबाने के लिए घातक बल का इस्तेमाल किया गया, जिससे कई जातीय सशस्त्र समूह सैन्य शासन के खिलाफ हो गया और देश के बड़े हिस्से पर सशस्त्र समूहों का नियंत्रण हो गया है.

हवाई हमले के बाद गांव में लगी आग
हवाई हमले के बाद गांव में लगी आग (AFP)

अराकान आर्मी के प्रवक्ता खिंग थुखा ने न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बुधवार दोपहर को फाइटर जेट ने गांव पर बमबारी की, जिसमें 40 नागरिक मारे गए और 20 से ज्यादा घायल हो गए. उन्होंने कहा, "मरने वाले सभी लोग आम नागरिक थे. पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी हैं." उन्होंने कहा कि हवाई हमले से पूरे गांव में आग फैल गई, जिसमें 500 से ज्यादा घर जलकर खाक हो गए.

म्यांमार के सैन्य तख्तापलट के बाद से संघर्ष जारी
म्यांमार के सैन्य शासन ने पिछले तीन वर्षों में लोकतंत्र समर्थक सशस्त्र समूहों पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं. सैन्य शासन के खिलाफ हथियार उठाने वाले सशस्त्र समूहों के संयुक्त गठबंधन को पीपुल्स डिफेंस फोर्स के नाम से जाना जाता है, जो दशकों से अधिक स्वायत्तता के लिए लड़ रहे हैं.

म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून से 340 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित रामरी पर पिछले साल मार्च में अराकान आर्मी ने कब्जा कर लिया था. अराकान आर्मी, रखाइन जातीय अल्पसंख्यक आंदोलन की पूरी तरह प्रशिक्षित और सशस्त्र सैन्य शाखा है, जो म्यांमार सरकार से स्वायत्तता के लिए संघर्ष कर रही है. यह पीपुल्स डिफेंस फोर्स गठबंधन का भी सदस्य है, जिसने हाल ही में चीन की सीमा पर म्यांमार के उत्तर-पूर्व में रणनीतिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है.

यह भी पढ़ें- ग्रीनलैंड और पनामा नहर पर कब्जा क्यों चाहते हैं ट्रंप, अमेरिका के लिए दोनों कितने अहम, जानें

बैंकॉक: म्यांमार की सेना ने सशस्त्र जातीय अल्पसंख्यक समूह के नियंत्रण वाले एक गांव पर हवाई हमले किए, जिसमें लगभग 40 लोग मारे गए और 20 अन्य घायल हो गए. सशस्त्र समूह के अधिकारियों गुरुवार को बताया कि सेना की बमबारी से आग लग गई, जिसमें सैकड़ों घर जल गए.

उन्होंने कहा कि यह हमला बुधवार को रामरी द्वीप पर क्यौक नी माव (Kyauk Ni Maw) गांव में हुआ, जो पश्चिमी रखाइन प्रांत में आता है और यहां जातीय अराकान सेना का नियंत्रण है. हालांकि, सेना ने क्षेत्र में किसी भी हमले की जानकारी नहीं दी है.

म्यांमार की सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू की की निर्वाचित सरकार का तख्तापलट कर देश पर नियंत्रण कर लिया. तब से देश में गृह युद्ध की स्थिति बनी हुई है. सेना द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को दबाने के लिए घातक बल का इस्तेमाल किया गया, जिससे कई जातीय सशस्त्र समूह सैन्य शासन के खिलाफ हो गया और देश के बड़े हिस्से पर सशस्त्र समूहों का नियंत्रण हो गया है.

हवाई हमले के बाद गांव में लगी आग
हवाई हमले के बाद गांव में लगी आग (AFP)

अराकान आर्मी के प्रवक्ता खिंग थुखा ने न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि बुधवार दोपहर को फाइटर जेट ने गांव पर बमबारी की, जिसमें 40 नागरिक मारे गए और 20 से ज्यादा घायल हो गए. उन्होंने कहा, "मरने वाले सभी लोग आम नागरिक थे. पीड़ितों में महिलाएं और बच्चे भी हैं." उन्होंने कहा कि हवाई हमले से पूरे गांव में आग फैल गई, जिसमें 500 से ज्यादा घर जलकर खाक हो गए.

म्यांमार के सैन्य तख्तापलट के बाद से संघर्ष जारी
म्यांमार के सैन्य शासन ने पिछले तीन वर्षों में लोकतंत्र समर्थक सशस्त्र समूहों पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं. सैन्य शासन के खिलाफ हथियार उठाने वाले सशस्त्र समूहों के संयुक्त गठबंधन को पीपुल्स डिफेंस फोर्स के नाम से जाना जाता है, जो दशकों से अधिक स्वायत्तता के लिए लड़ रहे हैं.

म्यांमार के सबसे बड़े शहर यांगून से 340 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित रामरी पर पिछले साल मार्च में अराकान आर्मी ने कब्जा कर लिया था. अराकान आर्मी, रखाइन जातीय अल्पसंख्यक आंदोलन की पूरी तरह प्रशिक्षित और सशस्त्र सैन्य शाखा है, जो म्यांमार सरकार से स्वायत्तता के लिए संघर्ष कर रही है. यह पीपुल्स डिफेंस फोर्स गठबंधन का भी सदस्य है, जिसने हाल ही में चीन की सीमा पर म्यांमार के उत्तर-पूर्व में रणनीतिक क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है.

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