दिल्ली

delhi

ETV Bharat / health

पेट के निचले हिस्से में दर्द? नजरअंदाज न करें, यह गंभीर समस्याओं का भी हो सकता है संकेत - LOWER ABDOMINAL PAIN IN WOMEN

पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द होना कोई नॉर्मल बात नहीं, इसके लिए कई बार कुछ गंभीर कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं...

Lower abdominal pain can be the cause of many serious diseases
पेट के निचले हिस्से में दर्द? नजरअंदाज न करें (PEXELS)

By ETV Bharat Health Team

Published : Dec 25, 2024, 3:40 PM IST

पेट के निचले हिस्से में दर्द महिलाओं में एक आम समस्या है. लेकिन कई बार इसके लिए कुछ गंभीर कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं. इसलिए अगर महिलाओं को किसी भी उम्र में इस तरह का दर्द लगातार महसूस होता है तो उन्हें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, बल्कि उचित जांच और इलाज कराना चाहिए.

महिलाओं को अक्सर पेट के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत रहती है. कारण के आधार पर, यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है. वहीं, कभी-कभी पीड़ित के दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है. विशेषज्ञों के अनुसार, महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के लिए कई सामान्य या कुछ मामलों में गंभीर कारण जिम्मेदार हो सकते हैं, जैसे पीरियड्स, पाचन तंत्र, मूत्र प्रणाली या प्रजनन अंगों से संबंधित समस्याएं और प्रजनन प्रणाली से संबंधित कैंसर आदि...

बेंगलुरु स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. जयंती के वाडेकर का कहना है कि महिलाओं में पेट के निचले हिस्से में दर्द के ज्यादातर मामले पीरियड से जुड़ी समस्याओं या महिला प्रजनन प्रणाली से जुड़ी समस्याओं के कारण होते हैं.कभी-कभी सामान्य यूटीआई या मूत्र पथ संक्रमण और पाचन तंत्र और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याएं भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती हैं.- बेंगलुरु स्थित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. जयंती के वाडेकर

पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है

अगर महिलाओं में पेट दर्द के लिए जिम्मेदार सबसे आम कारणों की बात करें तो कुछ मुख्य कारण इस प्रकार हैं...

  1. हर उम्र की कई महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पेट के निचले हिस्से में दर्द या ऐंठन का अनुभव होता है. यह समस्या अलग-अलग महिलाओं में कम या ज्यादा हो सकती है. कभी-कभी कष्टार्तव भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है.
  2. एक्टोपिक गर्भावस्था के कारण पेट के निचले हिस्से में एक तरफ हल्का या गंभीर दर्द होता है, खासकर पेट के निचले हिस्से में.
  3. इंटरस्टिशियल सिस्टिटिस, एंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड या प्रजनन अंगों से संबंधित कई अन्य समस्याएं जैसे डिम्बग्रंथि सिस्ट, पीसीओडी और पीसीओएस पेट के निचले हिस्से में गंभीर या हल्के दर्द का कारण बन सकते हैं.
  4. यूटीआई या मूत्र पथ के संक्रमण के कारण व्यक्ति को पेशाब करते समय मूत्रमार्ग और योनि में जलन और दर्द के साथ-साथ पेट के निचले हिस्से में लगातार दर्द का अनुभव हो सकता है.
  5. इस दर्द को पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन, पेल्विक सूजन रोग और यौन संचारित संक्रमणों के मुख्य लक्षणों में से एक माना जाता है.
  6. पाचन तंत्र की समस्याएं भी कभी-कभी पेट के निचले हिस्से में दर्द का कारण बन सकती हैं. जैसे इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम, गैस, कब्ज या अपच आदि...

अन्य कारण
इसके अलावा पेट के निचले हिस्से में दर्द के लिए कई अन्य कारण भी जिम्मेदार हो सकते हैं जैसे लंबे समय तक पेशाब रोकने की आदत, किडनी में पथरी, हर्निया, मांसपेशियों में खिंचाव या अपेंडिसाइटिस आदि. कभी-कभी यह अत्यधिक या कठोर संभोग या सेक्स के कारण भी हो सकता है. पेट के निचले हिस्से में दर्द कई गंभीर बीमारियों का लक्षण माना जाता है जैसे एंडोमेट्रियल कैंसर, सर्वाइकल कैंसर या डिम्बग्रंथि कैंसर या कैंसर आदि.

संकेतों को नजरअंदाज न करें

डॉ. जयंती के वाडेकर का कहना है कि वैसे तो यह समस्या महिलाओं में काफी आम है, लेकिन अगर यह बार-बार या लगातार हो तो दर्द अधिक तीव्र हो जाता है और दर्द के साथ-साथ पेट में भारीपन या सूजन, जलन या दर्द भी होता है यदि आपको पेशाब, मासिक धर्म या मतली, उल्टी या बुखार जैसे लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और उचित निदान और उपचार लेना चाहिए...समस्या का कारण जानने के लिए डॉक्टर कभी-कभी अल्ट्रासाउंड, रक्त परीक्षण या मूत्र परीक्षण जैसे परीक्षणों की सलाह दे सकते हैं।- डॉ. जयंती के वाडेकर

सामान्य समस्या या संक्रमण होने पर डॉक्टर कुछ दवाएं या एंटीबायोटिक्स लिखते हैं, लेकिन अगर समस्या गंभीर है जैसे ओवेरियन सिस्ट या एंडोमेट्रियोसिस तो कभी-कभी सर्जरी की भी जरूरत पड़ सकती है.

रोकथाम

डॉ. जयंती के वाडेकर बताती हैं कि पेट के निचले हिस्से में दर्द के लिए जिम्मेदार कई कारणों को इस प्रकार रोका जा सकता है:-

पीरियड्स के दौरान और शौचालय का उपयोग करते समय स्वच्छता का ध्यान रखें.

पाचन और मूत्र संबंधी स्वास्थ्य के लिए खूब पानी पियें.

नियमित अंतराल पर पेशाब आना.

फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार लें.

नियमित व्यायाम और योग करें.

पेट के निचले हिस्से में हल्के दर्द को भी नजरअंदाज न करें और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से सलाह लें.

ये भी पढ़ें-

ABOUT THE AUTHOR

...view details