GHEE OR MUSTARD OIL:भारतीय खाने-पानी के शौकीन माने जाते हैं. खाने में एक्सपेरीमेंट करने से भी पीछे नहीं हटते हैं. ऐसे में सबके जहन में सवाल होता है कि खाना पकाते वक्त इस्तेमाल होने वाले घी और तेल में क्या बेस्ट है. कोलेस्ट्रॉल, दिल और कई तरह की बिमारियों से परेशान लोग बहुत सोच-समझकर खान-पान की चीजों का इस्तेमाल करते हैं. वैसे तो घी और सरसों का तेल दोनों ही खाने के लिए अच्छा होता है, लेकिन डायटीशियन अंजलि अरोड़ा ने बताया कि दोनों में बेस्ट क्या है.
घी और सरसों तेल क्या है बेस्ट
आमतौर पर हर रसोई में खाना बनाने के लिए घी और तेल दोनों का उपयोग होता है. सब्जियों और नॉनवेज बनाने में अधिकतर सरसों के तेल का इस्तेमाल होता है. जबकि रोटी और दाल में तड़का लगाने के लिए घी उपयोग में लाते हैं. वैसे तो दोनों के ही अपनी-अपनी खासियत है. स्वास्थ्य के लिए सरसों का तेल और घी दोनों ही फायदेमंद होता है. विशेषज्ञ रिफाइंड ऑयल की जगह सरसों के तेल का इस्तेमाल करने की नसीहत देते हैं, क्योंकि सरसों का तेल खाने से सैचुरेडेट फैट बहुत कम होता है.
घी से सरसों का तेल बेहतर
डायटीशियन अरोड़ा ने बताया कि ऐसा करने से यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने में मदद करता है. वहीं घी में भी कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं. शुद्ध देसी घी फैट को बर्न करता है. स्किन को चमकाता है और ज्वाइंट के लिए भी अच्छा होता है. अगर बात करें कि घी और सरसों तेल में क्या बेहतर है, तो दोनों में सरसों का तेल स्वास्थ्य के लिए ज्यादा कारगर माना जाता है.
डायबिटीज वालों के लिए सरसों का तेल रामबाण
सरसों के तेल में फैटी एसिड की मात्रा ज्यादा होती है. यह हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है. सरसों के तेल में मोनोअनसैचुरेटेड वसा और पॉलीअनसैचुरेटेड वसा होता है. जो शरीर को फायदा पहुंचाती है. इसके अलावा सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल गुण होता है. साथ ही यह शरीर के पाचन तंत्र को भी फायदा पहुंचाता है. सरसों का तेल खाने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता नहीं है. सरसों का तेल डायबिटीज मरीजों के लिए रामबाण माना जाता है.