HEALTH TIPS SLEEPING PROBLEM: हमारे जीवन का एक तिहाई समय सोने में जाता है और अच्छी नींद स्वस्थ जीवन के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन हमारे बदलते रहन-सहन में हमने नींद के समय भी बदल लिए हैं. इसकी वजह से नींद से जुड़ी कई समस्याएं सामने आ रही हैं. डॉक्टर का कहना है कि दिल और दिमाग की ज्यादातर बड़ी बीमारियों की मुख्य वजह नींद है. नींद के बारे में कुछ अहम बातें हैं, जिन पर डॉक्टर अध्ययन कर रहे हैं और जिनके बारे में आम आदमी को जानना जरूरी है.
बढ़ रही नींद से जुड़ी समस्याएं
जबलपुर के डॉक्टर अविनाश जैन नींद की बीमारी के डॉक्टर हैं. डॉ. अविनाश जैन का कहना है कि 'इन दिनों नींद एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रही है. उनके पास कई ऐसे लोग आते हैं. जो बताते हैं कि उन्हें रात भर नींद नहीं आती और फिर इसका असर उनके रोजमर्रा के काम पर पड़ता है. वहीं कुछ लोग ऐसे भी आते हैं. जिन्हें बेहोशी की नींद आती है. डॉक्टर अविनाश जैन का कहना है कि नींद संबंधी समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, लेकिन इनका इलाज संभव है. नींद को लेकर Sleep Apnea नाम की एक बीमारी भी होती है. जिसमें सोते-सोते आदमी सांस लेना भूल जाता है और उसकी सांस रुक जाती है. इसमें कई बार मोटापा और कई बार शरीर के भीतर ही कोई दूसरी समस्या वजह होती है.
नींद से जुड़े ये लक्षण आप में तो नहीं
डॉ अविनाश का कहना है Sleep Apnea के मरीज बढ़ रहे हैं, हालांकि इसका भी इलाज संभव है. डॉ अविनाश जैन का कहना है कि नींद में दो बड़ी समस्याएं हैं. कुछ लोगों को बिस्तर पर पहुंचते ही नींद आ जाती है. यदि आपके साथ भी ऐसा होता है, तो डॉक्टर इसे असामान्य व्यवहार मानते हैं. बिस्तर पर पहुंचते ही 5 मिनट में यदि नींद आ रही है, तो यह किसी बीमारी का लक्षण हो सकता है. इसके साथ ही यदि दिनभर में कभी भी नींद आ जाती है, तो यह नींद की बीमारी है.
नींद के ये लक्षण होने पर तुरंत कराएं जांच
इसी के उलट यदि बिस्तर पर काफी कोशिश करने के बाद भी 30 मिनट तक नींद नहीं आती और आप लगातार बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं, तो यह भी एक नींद की समस्या है. रात में बार-बार नींद टूटना, सुबह उठ जाने के बाद फिर से नींद आ जाना. सुबह फ्रेश फील न करना, नींद के यह सारे व्यवहार डॉक्टर अविनाश जैन के अनुसार असामान्य है. डॉ अविनाश जैन का कहना है कि यदि आप नींद की इनमें से किसी समस्या से भी जूझ रहे हैं, तो आपको अपने शरीर की जांच करवानी चाहिए, क्योंकि यह किसी बड़ी बीमारी की शुरुआत है. यह बीमारी दिल से जुड़ी भी हो सकती है और दिमाग से जुड़ी भी हो सकती है.
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दिल और दिमाग का नींद से रिश्ता
शरीर दो ही स्थितियों में नहीं सो पाता, जब वह दिमागी रूप से परेशान हो या फिर उसका हृदय सही ढंग से काम नहीं कर रहा हो और इसका पहला लक्षण यह है कि मरीज की नींद गड़बड़ होती है. डॉ अविनाश जैन का कहना है कि नींद को सामान्य करने के लिए शरीर को एक नियमित रूप से थकान जरूरी है. एक्सरसाइज के साथ ही गलत ढंग के खाने की वजह से भी नींद में समस्या हो सकती है. यदि आपकी थकान और भोजन सही है. उसके बाद भी यदि नींद बार-बार टूटती है, तो मरीज को तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. इससे वह भविष्य में आने वाली बड़ी बीमारी से बच सकता है.'